अमेरिका ने इमरान खान के चेहरे से हटाया नकाब, सीरिया में पकड़े गये पाकिस्तानी आतंकवादी

अब इस बात में कोई शक नहीं रह गया है कि पाकिस्तान अक्टूबर में ब्लैकलिस्ट हो ही जाएगा। इसके कई कारण अभी से दिखाई दे रहे हैं। सबसे बड़ा कारण यह है कि इमरान खान ने खुद कुबूल किया है कि पाकिस्तान में आतंकियों को प्रशिक्षण दिया जाता है। दूसरा यह कि अमेरिका ने कहा है कि आईएसआईएस में पाकिस्तानी आतंकियों की पहचान कर, कार्रवाई करेगा और तीसरा बड़ा कारण यह है कि पुलवामा हमले की जांच कर रही एजेंसी एनआईए ने चार्जशीट लगा दी है।

आतंकियों के आका पाकिस्तान का पर्दाफाश हो चुका है। पाकिस्तान का एफएटीएफ में ब्लैकलिस्ट होने से बचना नामुमकिन है। एफएटीएफ में ब्लैकलिस्ट होने से पहले ही इमरान खान ने कपड़े फाड़कर चीखने और चिल्लाने लगे हैं। पाकिस्तानी टीवी चैनलों पर भी स्यापा शुरू हो गया है। पूरे पाकिस्तान में अब एक ही रोना रोया जा रहा है और वो यह कि भारत पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट करवा कर रहेगा। पाकिस्तान की मस्जिदों और मजारों में भारत के खिलाफ बद्दुआएं पढ़ी जा रही हैं। ऊपर वाले से एफएटीएफ के जब्र से बचाने की दुआएं हो रही हैं।

पाकिस्तान के पाप का घड़ा भर चुका है। ऊपर वाला भी ऊपर बैठकर देख रहा है कि पाकिस्तान खूनी आतंकी पंजे भारत को किस कदर लहू लुहान कर चुके हैं। अफगानिस्तान और बलूचिस्तान में किस तरह निर्दोषों और मासूमों का खून बहाया जा रहा है। इसलिए ऐसा लगता है कि ऊपर वाले ने भी तय कर लिया है कि पाकिस्तान को सजा भुगतनी ही पड़ेगी। ऐसा सिर्फ इसलिए नहीं कि भारत की जांच एजेंसी एनआईए ने पुलवामा हमले में चार्जशीट पेश कर दी है और चार्जशीट में पाकिस्तान के पालतू पिल्लों को सुबूत समेत नामजद किया है। बल्कि इसलिए कि ऊपर वाले पाकिस्तान की अक्ल पर ऐसा पत्थर फेंक कर मारा कि उसने खुद मान लिया कि भारत को मोस्ट वांटेड आतंकी दाऊद कराची में ऐश कर रहा है।

आतंकवादियों के खिलाफ कथित कार्रवाई का सिजरा एफएटीएफ के सामने रखते वक्त आतंकी दाउद के एक दो नहीं पूरे छह-छह पते-ठिकाने पूरी तफ्सीलात के साथ पेश कर दिए। इतना ही नहीं ऊपर वाले ने अमेरिका को सही समय पर अक्ल दे दी। जिस समय एफएटीएफ पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट करने के साथ सजा का क्वांटम तय करने में जुटा है उसी समय अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो में बड़ा बम फोड़ दिया। माइक पोम्पियो ने साफ तौर पर एफएटीएफ समेत पूरी दुनिया डुगडुगी पीट दी कि पाकिस्तानी के पालतू के आतंकवादी सीरिया में भी मौजूद हैं। अमेरिकी एजेंसियों ने सीरिया से 9 औरतों सहित कुल 29 पाकिस्तानी आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इन सभी से अमेरिकी एजेंसियां सख्ती से पूछताछ कर रही हैं। ऐसा माना जा रहा है कि सीरिया के अलावा लीबिया और ईराक के अशांत इलाकों में पाकिस्तानी आतंकवादियों की भारी संख्या में मौजूदगी है।

अमेरिकी एजेंसियों को सुबूत मिले हैं कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ही इन आतंकियों को सीरिया और अन्य देशों में सप्लाई कर रही है। अमेरिका के पास ये सुबूत भी हैं कि आईएसआईएस (खुरासान प्रांत) को अफगानिस्तान और भारत में आतंकी हमले करने के लिए पाकिस्तान ने ही खड़ा किया है। आईएसआईएस (खुरासान प्रांत) के सरगना असलम फारूखी को आईएसआई के कैंपों में देखा गया था। असलम फारूखी पाकिस्तानी नागरिक है। सुरक्षा एजेंसियों ने उसे हाल ही में अफगानिस्तान से गिरफ्तार किया था।.

सतीश के. सिंह

Recent Posts

खून से सना है चंद किमी लंबे गाजा पट्टी का इतिहास, जानिए 41 किमी लंबे ‘खूनी’ पथ का अतीत!

ऑटोमन साम्राज्य से लेकर इजरायल तक खून से सना है सिर्फ 41 किमी लंबे गजा…

1 year ago

Israel हमास की लड़ाई से Apple और Google जैसी कंपनियों की अटकी सांसे! भारत शिफ्ट हो सकती हैं ये कंपरनियां।

मौजूदा दौर में Israelको टेक्नोलॉजी का गढ़ माना जाता है, इस देश में 500 से…

1 year ago

हमास को कहाँ से मिले Israel किलर हथियार? हुआ खुलासा! जंग तेज

हमास और इजरायल के बीच जारी युद्ध और तेज हो गया है और इजरायली सेना…

1 year ago

Israel-हमास युद्ध में साथ आए दो दुश्‍मन, सऊदी प्रिंस ने ईरानी राष्‍ट्रपति से 45 मिनट तक की फोन पर बात

इजरायल (Israel) और फिलिस्‍तीन के आतंकी संगठन हमास, भू-राजनीति को बदलने वाला घटनाक्रम साबित हो…

1 year ago

इजरायल में भारत की इन 10 कंपनियों का बड़ा कारोबार, हमास के साथ युद्ध से व्यापार पर बुरा असर

Israel और हमास के बीच चल रही लड़ाई के कारण हिन्दुस्तान की कई कंपनियों का…

1 year ago