Argentina Brahmos Cruise Missile: दुनिया में भारत के हथियारों की डिमांड बढ़ती जा रही है। भारतीय फाइटर जेट से लेकर, टैंक, तोप, मिसाइलों की डिमांड दुनिया में बढ़ गई है। कई देश हैं जो भारतीय हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं और कई सौदा करना चाहते हैं। वियतनाम, फिलीपींस से लेकर आर्मीनिया तक भारत के हथियारों के दीवाने हैं। बीते दिनों भारत के ब्रह्मोस मिसाइल की ताकत देख दुनिया में उसको खरीदने की होड़ मची हुई है। इस समय में 6 देश इस मिसाइल को खरीदने के लिए बेताब हैं। ब्रह्मोस मिसाइल की ताक़त की पूरी दुनिया मुरीद हो गई है। एक के बाद एक देश इसे खरीदने के लिए लाइन में लगे हुए हैं। वहीं इसी कड़ी में अब अर्जेंटीना ने ब्रह्मोस एयर लॉन्च मिसाइल सिस्टम को लेकर गहरी रुचि व्यक्त की है। अर्जेंटीना के रक्षा मंत्री जॉर्ज तायाना भारत आए हैं। इस दौरान दोनों देशों के बीच ब्रह्मोस पर बातचीत हो सकती है। अर्जेंटीना के विदेश मंत्री ने ब्रह्मोस मिसाइल बनाने वाली फैसिलिटी का दौरा किया।
बीते सोमवार को उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘मैंने अपने समकक्ष राजनाथ सिंह के साथ द्विपक्षीय बैठक करने और इस देश के विभिन्न रक्षा उद्योगों का दौरा करने के लिए भारत की यात्रा शुरू की है। आज मैं मिसाइल कंपनी ब्रह्मोस में था, जो जहाजों, विमान और जमीन वाली मिसाइलें विकसित करती है।’ इस मिसाइल को रूस और भारत ने मिलकर बनाया है।
मालूम हो, ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ने अर्जेंटीना, ब्राजील और चिली समेत कई दक्षिण अमेरिकी देशों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। ब्राजील में हाल ही में हुए डिफेंस एक्सपो में कई देशों ने ब्रह्मोस स्टैंड का दौरा किया और इस मिसाइल को लेकर अपनी जिज्ञासा दिखाई। ब्रह्मोस मिसाइल की प्रतिभा को कम नहीं आंका जा सकता। इसे लड़ाकू विमानों, पनडुब्बियों, जहाजों और जमीन से लॉन्च किया जा सकता है। भारतीय सेना में शामिल होने के बाद यह अपनी क्षमता दिखा चुकी है। इस मिसाइल की रेंज 290 किमी है। लेकिन भारत का लक्ष्य इसे 450 किमी से 600 किमी तक पहुंचाना है। साल 2022 में इसे 450 किमी तक पहुंचाने का टेस्ट सफल भी हो चुका है। अपनी रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने के लिए अर्जेंटीना की क्रूज मिसाइल में खास रुचि है।
ये भी पढ़े: Made In India हथियारों को खरीदने की दुनिया में मची होड़ , इन देशो ने माँगा ब्रह्मोस मिसाइल
अर्जेंटीना की सुरक्षा के लिए जरूरी
दुनिया में लगातार टेक्नोलॉजी में बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा के लिए भी अत्याधुनिक तकनीक का होना बेहद जरूरी हो जाता है। क्रूज मिसाइलें रणनीतिक रूप से लाभकारी हैं, जो लंबी दूरी तक सटीक हमला कर सकती हैं और त्वरित प्रक्रिया को सक्षम बनाती हैं। फाइनेंशियल एक्स्प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक एक अधिकारी ने कहा, ‘ब्रह्मोस अर्जेंटीना के लिए महत्वपूर्ण है।
ब्रह्मोस का हो रहा निर्यात
ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड पहले भी सफल निर्यात कर चुका है। फिलिपींस ने 375 मिलियन डॉलर का समझौता हाल ही में किया है। फिलीपींस की नेवी ने मिसाइल की तीन बैटरियां ली हैं। इसके अलावा फिलीपींस इसके जमीन से मार करने वाले मिसाइल को भी लेने पर विचार कर रही है। अर्जेंटीना के विदेश मंत्री की यात्रा से पहले यह भी खबर आई है कि वह तेजस विमान से भी जुड़ी डील कर सकते हैं।
ऑटोमन साम्राज्य से लेकर इजरायल तक खून से सना है सिर्फ 41 किमी लंबे गजा…
मौजूदा दौर में Israelको टेक्नोलॉजी का गढ़ माना जाता है, इस देश में 500 से…
हमास और इजरायल के बीच जारी युद्ध और तेज हो गया है और इजरायली सेना…
इजरायल (Israel) और फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास, भू-राजनीति को बदलने वाला घटनाक्रम साबित हो…
Israel और हमास के बीच चल रही लड़ाई के कारण हिन्दुस्तान की कई कंपनियों का…
The Kashmir Files के डायरेक्टर पर बॉलीवुड अदाकारा आशा पारेख बुरी तरह बिफर गई। विवेक…