बहुत ज्यादा वक्त नहीं बचा है Zelensky के पास! ब्रिटेन ने कहा- रूस महाविनाशक हथियारों का कर रहा इस्तेमाल, Ukraine किसी भी वक्त…

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रूस और यूक्रेन की बीच जंग को आज 110दिन हो गया और इतने दिनों में पुतिन की आर्मी ने यूक्रेन को जो गहरा जख्म दिया है उसे भरने में कई वर्ष लग जाएंगे। इस वक्त आलम यह है कि यूक्रेन के पास गोला-बारूद खत्म हो चुका है और वो जंग हार रहा है। इसके कई शहरों पर रूस का कब्जा हो गया है। यह भी खबर है कि, कई शहरों में तो रूसी बैंक स्थापित कर दिए गए हैं। वहीं, ब्रिटेन ने दावा किया है कि, रूस महाविनाशक हथियार कर रहा इस्तेमाल। इसमें केएच-22मिसाइलें दागी जा रही हैं जिससे यूक्रेन खत्म होते जा रहा है।</p>
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अब रूस महाविनाश के हथियारों का इस्तेमाल कर रहा है। शनिवार को ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि रूसी सेना भारी तबाही मचाने वाले घातक हथियारों का इस्तेमाल बढ़ाने की योजना बना रही है। ब्रिटिश दावे के मुताबिक, रूसी बमवर्षक विमान यूक्रेन में केएच-22मिसाइलों का इस्तेमाल कर रहे हैं। ये मिसाइलें परमाणु हमले में भी सक्षम हैं। इनका पहली बार 1960के दशक में इस्तेमाल किया गया था। रूस ने इन मिसाइलों को विमान वाहक युद्धपोतों को नष्ट करने के लिए बनाया था। 5.5टन वजन वाली मिसाइलों का जमीनी हमलों में इस्तेमाल भयानक साबित हो रहा है।</p>
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इन मिसाइलों से जहां भी हमला किया जा रहा है वहां सब कुछ धूल में मिल जा रहा है। रूस मिसाइलों से हमले बढ़ाता है तो यूक्रेन महाविनाश के दौर में चला जाएगा। ब्रिटिश दावे के मुताबिक, यूक्रेन के दोनबास पर कब्जा करने के लिए रूस के-22मिसाइलों के साथ और भी घातक हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है।</p>
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<strong>यूक्रेन के पास खत्म हुआ गोला-बारूद</strong></p>
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बता दें कि, जंग के बीच यूक्रेन ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि, हमारे पास गोला-बारूद लगभग खत्म हो चुका है। ये बयान यूक्रेन के सैन्य खुफिया विभाग के डिप्टी हेड की ओर से दिया गया है। उन्होंने कहा कि, हम फ्रंटलाइन पर रूस के खिलाफ पिछड़ रहे हैं। इसके आगे उन्होंने कहा कि, अब हम पश्चिमी देशों के हथियार पर निर्भर हैं। रूसी आर्टिलरी सिस्टम से यूक्रेन की हालत खराब है। अमेरिकी थिंक टैंक इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर ने चिंता जताई है। इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर ने कहा है कि, यूक्रेन को तुरंत आधुनिक हथियार की जरूरत है। रूस के आर्टिलरी सिस्टम की ताकत से यूक्रेन बहुत चिंतित है। इससे निपटने के लिए यूक्रेन को तुरंत आधुनिक हथियार चाहिए। वहीं, यूक्रेन लगातार पश्चिमी देशों से लंबी दूरी वाले रॉकेट सिस्टम की मांग कर रहा है। यहां तक कि, यूक्रेन सेना और सरकारी अधिकारी भी मानते हैं कि यूक्रेन की हालत ठीक नहीं है। यूक्रेन के सैनिक आर्टिलरी युद्ध में फंस गए हैं। अमेरिकी थिंक टैंक इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ वॉर ने यह भी कहा है कि, पूर्वी यूक्रेन में प्रभावी लड़ाई में आर्टिलरी की निर्णायक भूमिका होने वाली है।</p>
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आईएन ब्यूरो

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