कनाडा की ट्रूडो सरकार की ‘अलगाववादियों’ के खिलाफ कड़ाई, पीएम मोदी को धमकी देना पड़ा भारी

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पीएम नरेंद्र मोदी और वैंकूवर के भारतीय वाणिज्य दूत के अधिकारियों को खालिस्तान समर्थक की ओर से जान से मारने की धमकी देने के मामले को कनाडा की जस्टिन ट्रूडो सरकार ने गंभीरता से लिया है। शनिवार को ओटावा और वैंकूवर में शीर्ष भारतीय राजनयिकों की सुरक्षा बढ़ा दी गई।</p>
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ट्रूडो सरकार ने पिछले शुक्रवार को रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस को भारतीय दूतावासों की सुरक्षा करने का निर्देश दिया। 5 फरवरी को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने कनाडाई समकक्ष मार्क गार्नेउ से भारतीय अधिकारियों की सुरक्षा को लेकर बात की थी। बता दें कि भारतीय दूतावासों के अधिकारियों को जान से मारने के संबंध में चार बार धमकी दी जा चुकी है। इसको देखते हुए सुरक्षा में कड़ाई करने के निर्देश दिए गये हैं।</p>
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अलगाववादियों की एक धमकी 26 दिसंबर, 2020 को मिली थी। जिसमें भारतीय कॉन्सल जनरल को मारने की बात कही गई। इसके बाद यह सूचना वैंकूवर और ओटावा में कनाडाई अधिकारियों को जारी किया गया। वैंकूवर में भारतीय दूतावास के अधिकारी ने इस मामले में पुलिस से दो शिकायतें की हैं।</p>
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खालिस्तान समर्थकों की अलगववादी रूख और जान से मारने की धमकी को देखते हुए भारतीय उच्च आयोग ने 2 फरवरी को एक राजनयिक नोट कनाडाई विदेश मंत्रालय को भेजा। इसमें धमकी देने वाले इंद्रजीत सिंह बैंस को लेकर जानकारी साझा की गई। पत्र में बताया गया कि 26 जनवरी को उसने पीएम मोदी को जान से मारने की धमकी दी थी। इसके साथ ही उसने अपने एक अलगाववादी साथी नरेंद्र सिंह खालसा के फेसबुक अकाउंट पर इस धमकी को पोस्ट किया। उसके पोस्ट का अंग्रेजी में अनुवाद कर वैंकूवर पुलिस को भी भेजा गया है।</p>
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भारतीय उच्चायोग का कहना है कि इस मामले की पूरी जांच होनी चाहिए और ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। बता दें कि पिछले साल दिसंबर में कृषि कानूनों को लेकर कनाडा में खालिस्तान समर्थकों ने प्रदर्शन किया था। इस मौके का फायदा उठाकर खालिस्तान समर्थित नेताओं की ओर से भारतीय प्रवासियों को अलगाववादी और सांप्रदायिक भाषणों के जरिए उकसाया जा रहा था। वहीं, इस पर प्रतिक्रिया के रूप में शनिवार को वैंकूवर में कृषि कानूनों के समर्थन में एक बड़ी तिरंगा कार रैली निकाली गई थी।</p>
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कौन है इंद्रजीत बैंस?</h3>
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वहीं, 28 दिसंबर को कनाडाई प्रशासन को लिखे एक नोट में भारतीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी है कि इंद्रजीत बैंस वैंकूवर के सरे में स्थित गुरुद्वारा दशमेश दरबार से जुड़ा है। जो पहले भी पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और ब्रिटिश कोलंबिया के सांसद उज्जल दोसांझ को जान से मारने की धमकी दे चुका है। उसने पहले भी भारतीय अधिकारियों को जान से मारने की धमकी दिया है। </p>

Nitish Kumar Singh

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