तालिबान के लिए चीन ने खोला अपना धन भंडार, अफगानिस्तान को देगा 3.1 करोड़ अमेरिकी डॉलर

<p>
अफगानिस्तान में कब्जे के बाद से चीन तालिबान से काफी खुश हैं। चीन की खुशी का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि वो तालिबान को भर-भरके अपनी करेंसी दे रहा हैं। तालिबान की आर्थिक मदद आंख मूंद कर रहा हैं। चीन के विदेश मंत्रालय ने तालिबान की नई कार्यवाहक सरकार 'इस्लामिक अमीरात' को सपोर्ट करते हुए अफगानिस्तान को 31 मिलियन यानी 3.1 करोड़ अमरीकी डॉलर की सहायता करने की घोषणा की हैं। आपको बता दें कि ये घोषणा अफगानिस्तान के पड़ोसी देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में की गई।</p>
<p>
<a href="https://hindi.indianarrative.com/sports-news/shikhar-dhawan-does-not-accept-divorce-with-ayesha-mukherjee-cricket-news-31935.html">यह भी पढ़ें- तलाक को नहीं मानते शिखर धवन, लगातार कर रहे आयशा मुखर्जी को मनाने की कोशिशें</a></p>
<p>
आपको बता दें कि तालिबान को चीन लगभग 3.1 करोड़ डॉलर भोजन, सर्दियों के सामान, कोरोना के टीके और दवा के लिए दे चुका हैं। हाल ही में चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने ऐलान किया था कि वो पहले बैच में अफगानिस्तान को 30 लाख वैक्सीन देगा। हालांकि ये साफ नहीं हैं कि ये टीके कब वितरित किए जाएंगें। विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि चीन अमेरिका और दूसरे देश की तुलना में अफगान लोगों को आर्थिक और मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए बाध्य हैं। अमेरिका को भी अफगानिस्तान की संप्रभुता और स्वतंत्रता का सम्मान करते हुए मदद करनी चाहिए।</p>
<p>
<a href="https://hindi.indianarrative.com/entertainment-news/akshay-kumar-bollywood-akshay-kumar-used-to-sell-samosas-on-the-streets-of-chandni-chowk-delhi-news-31919.html">यह भी पढ़ें- Akshay Kumar कभी चांदनी चौक की गलियों में बेचा करते समोसे, आज करोड़ों-अरबों रुपये के मालिक, जानें कैसे तय किया सफर?    </a></p>
<p>
गौरतलब हैं कि तालिबान ने मुल्ला मुहम्मद हसन अखुंद के नेतृत्व वाली एक अंतरिम सरकार की घोषणा की थी। इसमें हक्कानी नेटवर्क के विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी सिराजुद्दीन हक्कानी को गृह मंत्री बनाया गया है। अमेरिका ने उस पर एक करोड़ अमेरिकी डॉलर यानी 72 करोड़ रुपये का इनाम रखा है। पिछले हफ्ते तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा था कि चीन हमारे पड़ोस में एक बहुत ही महत्वपूर्ण और मजबूत देश है। चीन के साथ हमारे अतीत में बहुत सकारात्मक और अच्छे संबंध रहे हैं। हम इन संबंधों को और भी मजबूत बनाना चाहते हैं और आपसी विश्वास के स्तर में सुधार करना चाहते हैं।</p>

आईएन ब्यूरो

Recent Posts

खून से सना है चंद किमी लंबे गाजा पट्टी का इतिहास, जानिए 41 किमी लंबे ‘खूनी’ पथ का अतीत!

ऑटोमन साम्राज्य से लेकर इजरायल तक खून से सना है सिर्फ 41 किमी लंबे गजा…

1 year ago

Israel हमास की लड़ाई से Apple और Google जैसी कंपनियों की अटकी सांसे! भारत शिफ्ट हो सकती हैं ये कंपरनियां।

मौजूदा दौर में Israelको टेक्नोलॉजी का गढ़ माना जाता है, इस देश में 500 से…

1 year ago

हमास को कहाँ से मिले Israel किलर हथियार? हुआ खुलासा! जंग तेज

हमास और इजरायल के बीच जारी युद्ध और तेज हो गया है और इजरायली सेना…

1 year ago

Israel-हमास युद्ध में साथ आए दो दुश्‍मन, सऊदी प्रिंस ने ईरानी राष्‍ट्रपति से 45 मिनट तक की फोन पर बात

इजरायल (Israel) और फिलिस्‍तीन के आतंकी संगठन हमास, भू-राजनीति को बदलने वाला घटनाक्रम साबित हो…

1 year ago

इजरायल में भारत की इन 10 कंपनियों का बड़ा कारोबार, हमास के साथ युद्ध से व्यापार पर बुरा असर

Israel और हमास के बीच चल रही लड़ाई के कारण हिन्दुस्तान की कई कंपनियों का…

1 year ago