अंतर्राष्ट्रीय

Corona पर इस रिपोर्ट से खुली China की पोल, 2 महीने से मच रहा जमकर हाहाकार

इस समय चीन (China)में एक बार फिर से कोरोना वायरस अपने पैर पसार रहा है, जिसकी रोकथाम करना भी बेहद मुश्किल हो रहा है। लेकिन इसकी वजह जानकर आप हैरान हो जाएंगे। बताया जा रहा है कि यहां खतरा इसलिए ज्यादा है कि यहां इंफेक्शन दुनिया के बाकी देशों की तुलना में कम हुआ था। चीन आंकड़े भी छिपा रहा है और खुद को कोरोना का सच बताने से कतराता रहा है, जिसका नतीजा है कि चीन कोरोना के बुरे दौर में पहुंचता जा रहा है। वैज्ञानिकों की मानें तो चीन में इंफेक्शन नहीं हुआ था, इसलिए वहां मामले बढ़ने की आशंका ज्यादा है। वहीं अब दुनिया के कई देशों ने दावा किया है कि चीन से ही कोरोना वायरस फैला, लेकिन कोई पुख्ता सबूत सामने नहीं आया। सिर्फ आरोप लगते रहे हैं, हालांकि कोरोना के मामलों और इस वायरस से मरने वालों का सही आंकड़ा चीन ने दुनिया के सामने नहीं रखा। अब एक स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा किया गया है। स्टडी में बताया गया है कि चीन के अचानक प्रतिबंध हटा देने से दो महीने के भीतर करीब 18 लाख से अधिक लोगों की Covid-19 से मौत हो गई।

अमेरिका के सिएटल में फ्रेड हचिंसन कैंसर सेंटर ने स्टडी की है। ये स्टडी चीन के कुछ विश्वविद्यालयों और इंटरनेट सर्च के जरिए की गई है, जिसमें मृत्यु दर डेटा के सैंपल लिए गए। पाया गया कि कोरोना से दिसंबर 2022 और जनवरी 2023 के बीच 30 साल से अधिक उम्र के लोगों की मौत हुई है। मौतों का आंकड़ा 1.87 मिलियन है, हालांकि इसमें तिब्बत में हुई मौतों का आंकड़ा शामिल नहीं है।

ये भी पढ़े: China में कोरोना के मामले बढ़ने से सहमे वैज्ञानिक,दुनिया के सामने ये है सबसे बड़ा खतरा

चीन ने खत्म की जीरो कोविड पॉलिसी

मालूम हो, चीन ने पिछले दिसंबर में तीन साल के लिए लागू की गई जीरो कोविड पॉलिसी को अचानक खत्म कर दिया था। इस पॉलिसी के तहत बड़े पैमाने पर टेस्टिंग और लॉकडाउन सहित कई कड़े प्रतिबंध लागू थे, जैसे ही जीरो कोविड पॉलिसी को खत्म किया गया वैसे ही अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों और उनकी मौतों में भारी बढ़ोतरी देखने को मिली थी। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार की ओर से मामलों को बड़े पैमाने पर रिपोर्ट नहीं किया गया। स्टडी में शोधकर्ताओं ने प्रकाशित मौतों की और एक लोकप्रिय चीनी इंटरनेट सर्च इंजन बाइडू पर रिसर्च से मिले डेटा का इस्तेमाल करके सांख्यिकीय विश्लेषण किया।शोधकर्ताओं का कहना है कि चीन में जीरो-कोविड ​​नीति को हटाने से संबंधित अतिरिक्त मौतों का उनका अध्ययन एक अनुभव के तहत प्राप्त बेंचमार्क अनुमान निर्धारित करता है।

आईएन ब्यूरो

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