चीन की सरकार के सामने तेजी से बूढ़ी होती जनसंख्या चुनौती बन गई है। इस समय देश जनसांख्यिकीय संकट से जूझ रहा है। इसके समाधान के लिए ड्रैगन नई-नई नीतियों को अपना रहा है। इसी कड़ी में चीन अब शादीशुदा जोड़ों को तीन बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है। चीन ने प्रोत्साहन के तौर पर बेबी बोनस, ज्यादा पेड लीव, टैक्स में कटौती और बच्चे पैदा करने वाली सब्सिडी देने का ऐलान किया है। बीजिंग डाबीनॉन्ग टेक्नोलॉजी ग्रुप अपने कर्मचारियों को 90,000 युआन यानी 1061178 रुपये तक नकद, 12 महीने तक की मैटरनिटी लीव और 9 दिनों के पितृ अवकाश समेत कई लाभ दे रहा है।
आपको बता दें कि नेशनल पीपुल्स कांग्रेस ने पिछले साल अगस्त में तीन बच्चों की नीति पेश की थी। चीनी जोड़ों को दो बच्चे पैदा करने की अनुमति देने की मौजूदा नीति में संशोधन करने के लिए एक संशोधित जनसंख्या और परिवार नियोजन कानून पारित किया गया था। इसके बाद चीन में कई स्थानीय प्रांतों ने अपने अधिकार क्षेत्र के नियमों में आवश्यक बदलाव किए। इसके तहत तीन बच्चों वाले जोड़ों को 400 युआन प्रति वर्ग मीटर के लिए आवास सब्सिडी की घोषणा की, इस बीच उत्तरी प्रांत जिलिन ने बच्चे पैदा करने की इच्छा रखने वाले जोड़ों को 200,000 युआन यानी 31,500 डॉलर) का ऋण देना शुरू कर दिया।
आज चीन की आबादी में बहुत सारे पुरुष हैं और, बहुत सारे बूढ़े और बहुत कम युवा हैं। 1990 और 1999 के बीच पैदा हुए चीनी शहरी युवा चीन की एक बच्चे की नीति का प्रोडक्ट है। इस पीढ़ी की महिलाएं तीन बच्चे तो छोड़ दें, वे एक बच्चा पैदा करने के लिए भी अनिच्छुक हैं क्योंकि बच्चों को पालने की उच्च लागत चीनी जोड़ों को ज्यादा बच्चे पैदा करने से रोक रही है। चीन में कपल डबल-इनकम-नो-किड्स लाइफस्टाइल पर भरोसा करते हैं। देश की भीड़-भाड़ वाली संस्कृति में जहां लोग सप्ताह में छह दिन 12 घंटे काम करते हैं, वे बच्चे पैदा करना निश्चित रूप से छोड़ चुके है।