अंतर्राष्ट्रीय

नाइजर के हालात देख China की अटकी सांस! जिनपिंग को सताई भविष्य की चिंता, रूस करेगा मदद?

अफ्रीकी देश नाइजर में हुए हालात को लेकर चीन (China) काफी ज्यादा बेचैन है। जी हां, उसे पूरे उत्तरी अफ्रीका में अपने हजारों-करोड़ के निवेश के डूबने का डर सता रहा है। चीन को डर है कि अगर नाइजर में हालात सामान्य नहीं हुए और गृहयुद्ध शुरू हो गया तो वह चाहकर भी इस पश्चिम अफ्रीकी देश के संसाधनों का दोहन नहीं कर पाएगा। चीन नाइजर में फ्रांस के बाद दूसरा सबसे बड़ा निवेशक है। वहीं, वह बाकी उत्तर अफ्रीकी देशों में सबसे बड़ा कर्जदाता भी है। नाइजर के सैन्य अधिकारी और राष्ट्रपति गार्ड के प्रमुख जनरल अब्दौराहमाने त्चियानी ने तख्तापलट किया और राष्ट्रपति मोहम्मद बज़ौम को सत्ता से बेदखल कर दिया था।

China नाइजर में बनाना चाहता है पार्क

चीन (china) नाइजर की राजधानी नियामी में एक औद्योगिक पार्क बनाना चाहता है। इसके लिए नाइजर में चीनी राजदूत जियांग फेंग ने सैन्य तानाशाह जनरल अब्दौराहमाने त्चियानी से मुलाकात भी की है। ऐसा कहा जाता है कि प्रस्तावित औद्योगिक पार्क का नाइजर के खाद्य, विनिर्माण, खनन और रियल एस्टेट जैसे क्षेत्रों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। 27 जून को साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, 960 में आजादी के बाद नाइजर के सत्ता के पहले लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण परिवर्तन में 2021 में राष्ट्रपति चुने जाने वाले बज़ौम ने चीन नेशनल यूरेनियम कॉर्पोरेशन (CNUC) के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की थी।

नाइजर में चीन दूसरा सबसे बड़ा निवेशक

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, फ्रांस के बाद चीन नाइजर में दूसरा सबसे बड़ा निवेशक है और पिछले दो दशकों में उसने चारों ओर से भूमि से घिरे इस पश्चिमी अफ्रीकी देश में भारी मात्रा में निवेश किया है। चीन के वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार, चाइना नेशनल पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (CNPC) ने नाइजर के तेल क्षेत्र में 4.6 बिलियन डॉलर का निवेश किया है, जबकि चाइना नेशनल न्यूक्लियर कॉर्पोरेशन (CNNC) ने पश्चिम अफ्रीकी देश के परमाणु क्षेत्र में 480 मिलियन डॉलर का निवेश किया है।

ये भी पढ़े: African देश नाइजर में तख्तापलट! अफ्रीका के अन्य देशों पर भी असर!

नाइजर के तेल पर भी नजर

नाइजर के अगाडेम तेल क्षेत्र में पहले से ही एक बड़ा निवेश है, जिसमें 650 मिलियन बैरल का तेल भंडार होने का अनुमान है। चीनी तेल कंपनी सीएनपीसी ने हाल ही में अगाडेम से बेनिन तक 2,000 किलोमीटर की पाइपलाइन विकसित की है, जो नाइजर की सीमा से लगा हुआ पश्चिम अफ्रीकी देश है। चीनी तेल कंपनी ने नाइजर में SORAZ रिफाइनरी के निर्माण में भी निवेश किया है, जो नाइजीरिया की सीमा के पास स्थित है। पश्चिम अफ्रीका के 15 देशों में चीन लगातार निवेश बढ़ा रहा है। ये सभी देश खनिज संसाधनों की समृद्धि से संपन्न हैं। यह क्षेत्र सोना, तांबा, यूरेनियम, बॉक्साइट और चूना पत्थर के विशाल भंडार से भरा हुआ है। इन खनिजों के अलावा, पश्चिम अफ्रीका एल्यूमीनियम, निकल, फॉस्फेट, मैंगनीज और जस्ता के भी काफी भंडार का घर है।

आईएन ब्यूरो

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