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Joe Biden ने अपने सांसदों को भेजकर ड्रैगन को दिया करारा जवाब, बौखलाए चीन ने की Taiwan में फिर घुसपैठ

US सांसदों के दौरे से भड़का चीन

नैन्सी पेलोसी के ताइवान यात्रा के बाद चीन बुरी तरह भड़क गया और उसके क्षेत्रों में घुसकर सैन्यभ्यास करना शुरू कर दिया। ड्रैगन ने ताइवान के समुद्र और हवाई क्षेत्र के आसपास मिसाइलें दागी थीं और युद्धपोत तथा लड़ाकू विमान भेजे थे। अभी पेलोसी के यात्रा को खत्म हुए कुछ ही दिन हुए थे कि अमेरिका ने एक बार फिर से अपने 5सांसदों को ताइलान भेज कर चीन को भड़का दिया है। अमेरिका के इस कदम से चीन बुरी तरह गुस्से में है। उसे इसका अंदाजा नहीं था कि अमेरिका ऐसा कदम उठाएगा। चीन की धमकी के बीच अमेरिका ने अपने सांसदों को भेज कर ये साबित कर दिया है कि, वो ड्रैगन की धमकियों से डरने वाला नहीं है।

अमेरिकी सांसदों का दल पहुंचने के बाद ड्रैगन गुस्से में है और उसने ताइवान के और ज्यादा करीब सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है। सीनेटर ईडी मार्की के नेतृत्व में पांच अमेरिकी सांसदों का एक दल रविवार को गैरघोषित दौरे पर ताइपे पहुंचा। नैंसी के दौरे के बाद यह दूसरा उच्च स्तरीय ग्रुप ताइवान पहुंचा है। इसके बाद चीन ने ताइवान की हवाई सीमा में जमकर अतिक्रमण किया था।

हता दें कि, नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे के बाद चीन आर्मी ने बड़े पैमाने पर मिसाइलें दागी थीं। इसके अलावा फाइटर जेट और वॉरशिप्स भी तैनात की गई थीं। एक रिपोर्ट की माने तो कम से कम, 22चीनी मिलिट्री एयरक्राफ्ट, छह नेवी के जहाज और 10वॉरप्लेन्स ने मीडियन लाइन क्रॉस की थी और ताइवान के आसमान पर मंडराए थे। अब चीन का कहना है कि, अमेरिका वन-चाइना प्रिंसिपल को चुनौती दे रहा है। साथ ही चीन के ताइवान अफेयर्स ऑफिस ने ताइवानी नेताओं को अलग से चेतावनी दी है कि उन्हें इसके लिए बुरी तरह से सजा दी जाएगी।

चीन के रक्षा मंत्रालय ने भी अपने एक बयान में कहा है कि, अमेरिकी सांसदों का यह दौरा चीन की संप्रुभता पर हमला है। US के इन कदमों से ताइवान क्षेत्र में शांति और अस्थिरता बढ़ रही है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि पीएलए अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए युद्ध की तैयारी करता रहेगा और लोगों को ट्रेनिंग देता रहेगा।