अंतर्राष्ट्रीय

इस एक बड़े फैसले से सदमे से उबर नहीं पा रहा China तो भारत के खिलाफ उगला जहर

चीन (China) उनमें से है जो पूरी दुनिया में अपना राज करना चाहता है। ड्रैगन की हर एक चाल दूसरे देशों के खिलाफ होती है ताकि वह अपना दबदबा बना सके। चीन शांत बैठने वालों में से नहीं है तभी वो कोई ना कोई साज़िश की प्लानिंग में लगा रहता है। मगर चीन का सपना हमेशा सपना बनकर ही रह जाता है क्योंकि भारत ने ड्रैगन के आगे कभी झुकना नहीं सीखा है वैसे चीन अपनी साजिशों में नाकाम होने के बावजूद बाज नहीं आता है। बीते दिनों भारत की तरफ से चीन की इलेक्ट्रिक कार कंपनी बीवाईडी को बाहर का रास्‍ता दिखाया गया है। इस बात को भले काफी दिन हो गए हो, लेकिन चीन अभी तक इसके सदमे में है। चीन के सरकारी अखबार ग्‍लोबल टाइम्‍स में आए एक आर्टिकल में इस फैसले का हवाला देते हुए भारत के खिलाफ जमकर जहर उगला गया है। ग्‍लोबल टाइम्‍स की मानें तो भारत ने जो कुछ किया है, उसके बाद उसे ही खराब नतीजे भुगतने होंगे। साथ ही इस फैसले की सबसे बड़ी पीड़‍ित भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था ही होगी।

ग्‍लोबल टाइम्‍स का फूटा गुस्सा

ग्‍लोबल टाइम्‍स के आर्टिकल में लिखा गया है कि भारत की मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है चीन (China) की कार निर्माता कंपनी बीवाईडी को भारतीय कर जांच का सामना करना पड़ रहा है। मगर इस तरह की रिपोर्ट्स से कोई फर्क नहीं पड़ता है। अखबार की मानें तो हाल के कुछ सालों में भारत ने चीनी कंपनियों पर जो कार्रवाई की है, उसे देखते हुए, भारत के पॉलिसी मेकर्स को यह याद दिलाना जरूरी हो गया है कि बहुत ज्‍यादा टैक्‍स थोपना बहुत अच्‍छी बात नहीं है। ज्‍यादा टैक्‍स निष्पक्षता का सही तरीका नहीं हैं। इसका अंतिम शिकार भारतीय अर्थव्यवस्था ही होगी। ग्‍लोबल टाइम्‍स ने न्‍यूज एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि बीवाईडी पर भारत में आरोप लगा है कि उसने देश में असेंबल और बेची जाने वाली कारों के लिए आयातित हिस्सों पर बहुत कम टैक्‍स अदा किया है।

ये भी पढ़े: China ने CPEC के लिए कंगाल Pakistan पर डाले डोरे, कही यह बड़ी बात

भारत के टैक्‍स सिस्‍टम को बताया दोषी

अखबार ने पूरी स्थिति के लिए भारत के टैक्‍स सिस्‍टम को ही दोषी ठहरा दिया है। उसका कहना है कि चीन (China) की सरकार ने हमेशा चीनी इंडस्‍ट्रीज को विदेशों में ऑपरेशन की मंजूरी देते समय वहां के कानूनों और विनियमों का सख्ती से पालन करने के लिए कहा है। लेकिन हाल के कुछ वर्षों में भारत की तरफ से टैक्‍स चोरी का आरोप कई चीनी कंपनियों पर लगाकर उनकी जांच शुरू कर दी गई है। अखबार की मानें तो यह स्थिति भारत के जटिल टैक्‍स सिस्‍टम के बारे में बताती है। इससे पता लगा है कि चीन किस कदर भारत के फैसले से निराश है। अखबार ने लिखा है, भारत बड़े जोश के साथ एप्पल और टेस्ला के साथ कई और अमेरिकी कंपनियों को देश में निवेश करने की कोशिशें कर रहा है।

आईएन ब्यूरो

Recent Posts

खून से सना है चंद किमी लंबे गाजा पट्टी का इतिहास, जानिए 41 किमी लंबे ‘खूनी’ पथ का अतीत!

ऑटोमन साम्राज्य से लेकर इजरायल तक खून से सना है सिर्फ 41 किमी लंबे गजा…

1 year ago

Israel हमास की लड़ाई से Apple और Google जैसी कंपनियों की अटकी सांसे! भारत शिफ्ट हो सकती हैं ये कंपरनियां।

मौजूदा दौर में Israelको टेक्नोलॉजी का गढ़ माना जाता है, इस देश में 500 से…

1 year ago

हमास को कहाँ से मिले Israel किलर हथियार? हुआ खुलासा! जंग तेज

हमास और इजरायल के बीच जारी युद्ध और तेज हो गया है और इजरायली सेना…

1 year ago

Israel-हमास युद्ध में साथ आए दो दुश्‍मन, सऊदी प्रिंस ने ईरानी राष्‍ट्रपति से 45 मिनट तक की फोन पर बात

इजरायल (Israel) और फिलिस्‍तीन के आतंकी संगठन हमास, भू-राजनीति को बदलने वाला घटनाक्रम साबित हो…

1 year ago

इजरायल में भारत की इन 10 कंपनियों का बड़ा कारोबार, हमास के साथ युद्ध से व्यापार पर बुरा असर

Israel और हमास के बीच चल रही लड़ाई के कारण हिन्दुस्तान की कई कंपनियों का…

1 year ago