चीनी विदेश मंत्री ने क्वाड को इंडो-पेसेफिक नाटो करार दिया

चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने अमेरिका के नेतृत्व वाले क्वाड गठबंधन को इंडो-पेसिफिक (indo-pacific) नाटो करार दिया है। वांग यी ने मलेशिया के विदेश मंत्री के साथ एक बैठक में क्वाड से चीन और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों को पैदा सुरक्षा खतरे की ओर ध्यान आकर्षित किया। क्वाड में जापान, आस्ट्रेलिया और भारत, अमेरिका के साथ जुड़े हैं।

वांग यी ने आरोप लगाया कि अमेरिका की मानसिकता कोल्ड वॉर की है। कोल्ड वॉर को आगे बढ़ाने के लिए वह विभिन्न समूहों और ब्लॉकों में संघर्ष को बढ़ाता है और भू-रणनीतिक प्रतिद्वंदिता तेज करता है। जिससे उसका प्रभुत्व और वर्चस्व कायम रहे। इस तरह की रणनीति से सुरक्षा को खतरा पैदा होता है और यह एक तरह से इतिहास को पीछे के समय में ले जाने वाला है। वांग यी का यह कठोर बयान पिछले हफ्ते टोक्यो में क्वाड के विदेश मंत्रियों की बैठक के बाद आया है।

साउथ चाइना सी विवाद पर चीन और कुआलालंपुर के बीच बातचीत हुई और दोनों ने एक बयान में कहा कि शांति व स्थिरता उनकी प्राथमिकता है। जबकि चीन इससे इतर इस पूरे समुद्र पर अपना दावा करता है। साउथ चाइना सी को लेकर चीन अमेरिका के बीच तनाव बढ़ गया है। वांग यी ने कहा कि इस इलाके को युद्ध पोतों के साथ बड़ी शक्तियों के शक्ति आजमाइश का क्षेत्र नहीं बनना चाहिए। वांग ने कहा कि 10 सदस्य आसियान के साथ बातचीत से सारे विवाद सुलझा लिए जाएंगे और इस समुद्र में एक आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी।

<img class="wp-image-14709 size-full" src="https://hindi.indianarrative.com/wp-content/uploads/2020/10/मलेशिया-के-विदेश-मंत्री-हिशामुद्दीन-हुसैन-और-चीन-के-विदेश-मंत्री-वांग-यी-की-बेठक.png" alt="मलेशिया के विदेश मंत्री हिशामुद्दीन हुसैन ने मंगलवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की।" width="1280" height="850" /> मलेशिया के विदेश मंत्री हिशामुद्दीन हुसैन ने मंगलवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की।

चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने मलेशिया की मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि क्वाड का लक्ष्य इंडो-पेसिफिक इलाके में अमेरिका का वर्चस्व बनाए रखना है। उनका यह बयान मलेशिया के विदेश मंत्री के साथ एक बैठक के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में सवाल-जवाब के दौरान सामने आया। अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच रणनीतिक सहयोग और क्वाड्रीलेटेरल सिक्योरिटी डायलॉग वाशिंगटन की इंडो-पेसिफिक रणनीति का हिस्सा है।

मलेशिया के विदेश मंत्री हिशामुद्दीन हुसैनी के साथ कुआलालंपुर में एक बैठक के बाद वांग यी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि इससे क्षेत्रीय सुरक्षा को बहुत ज्यादा खतरा पैदा हो जाएगा। दोनों विदेश मंत्रियों ने द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ाने पर बल दिया और कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी बनाने की योजना की भी घोषणा की। हिशामुद्दीन ने कहा कि उनकी सरकार बीजिंग के कोरोना वैक्सीन विकास पर नजदीकी से नजर रखे हुए है जो कि आम जनता को नवंबर तक उपलब्ध हो जाएगा।

दोनों विदेश मंत्रियों ने चीन द्वारा 17 लाख टन मलेशियाई पॉम आयल खरीदने की चीन की प्रतिबद्धता को भी सामने रखा। मलेशिया विश्व का दूसरा सबसे ज्यादा पाम ऑयल उत्पादक और निर्यातक देश है। हाल के वर्षों में पश्चिमी देशों में पॉम ऑयल विरोधी लॉबी के कारण अपने निर्यात को लेकर संघर्ष कर रहा है।.

डॉ. शफी अयूब खान

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