चीन द्वारा पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के संचालक और 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंड साजिद मीर को विश्व स्तर पर नामित आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध करने के संयुक्त भारत-अमेरिका प्रस्ताव को अवरुद्ध करने के एक दिन बाद भारत ने कहा है कि उसके पास ” इस बात का विश्वास करने के उचित कारण हैं कि वैश्विक आतंकवाद-रोधी ढांचे के साथ “वास्तव में कुछ न कुछ ग़लत” है।
कई सदस्य देशों द्वारा इसे सह-प्रायोजित करने के बावजूद यह प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रतिबंध व्यवस्था की वैश्विक सूची में शामिल नहीं हो पाया।
मंगलवार को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आतंकवाद-निरोध पर एक उच्च-स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए विदेश मंत्रालय (MEA) के संयुक्त राष्ट्र राजनीतिक प्रभाग के संयुक्त सचिव प्रकाश गुप्ता ने इस जघन्य घटना के 15 साल बाद भी चर्चा की। मुंबई हमलों के मास्टरमाइंडों को अभी तक न्याय के कठघरे में नहीं लाया गया है और उनमें से कुछ तो पूरे राजकीय आतिथ्य के साथ खुलेआम घूम रहे हैं।
भारतीय राजनयिक ने मीर की एक रिकॉर्डेड साउंड फ़ाइल भी चलायी, जिसमें 2008 के आतंकी हमलों के दौरान मुंबई के ताज होटल में विदेशियों को खोजने और अंधाधुंध तरीके से मारने के लिए फ़ोन पर आतंकवादियों को निर्देश दिया गया था।
गुप्ता ने कहा, “अगर हम छोटे-छोटे भू-राजनीतिक हितों के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा निषिद्ध वैश्विक परिदृश्यों में प्रतिबंधित आतंकवादियों को स्पष्टता के साथ चिह्नित नहीं कर सकते हैं, तो हमारे पास वास्तव में आतंकवाद की इस चुनौती से लड़ने के लिए वास्तविक राजनीतिक इच्छाशक्ति ही नहीं है।”
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> | India 🇮🇳 slammed China for blocking proposals to designate Lashkar-e-Taiba's Sajid Mir as a global terrorist. <a href=”https://twitter.com/PrakashMEA?ref_src=twsrc%5Etfw”>@PrakashMEA</a>, Joint Secretary, MEA at <a href=”https://twitter.com/UN?ref_src=twsrc%5Etfw”>@UN</a> said, "If we cannot get established terrorists who have been proscribed across global landscapes listed under security… <a href=”https://t.co/mcDc6NoF4z”>pic.twitter.com/mcDc6NoF4z</a></p>— INDIA NARRATIVE (@india_narrative) <a href=”https://twitter.com/india_narrative/status/1671439522503196673?ref_src=twsrc%5Etfw”>June 21, 2023</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
भारत,अमेरिका और कई अन्य देशों द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध मीर ने फ़ोन पर पाकिस्तान के 10 पूरी तरह सशस्त्र हमलावरों को निर्देशित किया, जो शहरी युद्ध संचालन में अच्छी तरह से प्रशिक्षित थे और मुंबई में तीन दिन से अधिक समय तक तबाही मचाते रहे। 2008 के उन तीन दिनों में 26 विदेशियों सहित 166 निर्दोषों की हत्या की गयी थी।
गुप्ता ने सवाल किया,”जवाबदेही और पारदर्शिता के इस दौर में क्या हम बिना कोई कारण बताये वास्तविक-सूचीबद्ध प्रस्तावों को अवरुद्ध कर सकते हैं?”
विडंबना यह है कि संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद-निरोध कार्यालय ने सोमवार को एक विशेष सम्मान में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के उत्तर पूर्व लॉन में आतंकवाद के पीड़ितों की याद में एक पेड़ समर्पित किया और मुंबई आतंकवादी हमलों के एक पीड़ित को अपनी कहानी साझा करने के लिए आमंत्रित किया।
यूएनएससी काउंटर-टेररिज्म कमेटी की भारत की अध्यक्षता के दौरान भी पूरे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने मुंबई का दौरा किया था, और पिछले साल अक्टूबर में हमलों के स्थल पर सामूहिक श्रद्धांजलि अर्पित की थी।
गुप्ता ने उल्लेख किया कि न्यूयॉर्क के प्रतिष्ठित शहर में 9/11 के आतंकवादी बम विस्फोटों ने वैश्विक आतंकवाद-रोधी ढांचे के परिदृश्य को बदल दिया था, जबकि 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की सामूहिक अंतरात्मा को झकझोर कर रख दिया था।
राजनयिक ने कहा, “लेकिन अफ़सोस की बात है कि अब भी मुंबई आतंकी हमलों के पीड़ितों को न्याय नहीं मिल रहा है।”
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> | John Kirby, NSC Coordinator for Strategic Communications responds to ANI question on China blocking proposals by India & US at UN to designate Lashkar-e-Tayyiba's Sajid Mir as 'global terrorist' and on defence cooperation between India & US <a href=”https://t.co/miqhdn8hHc”>pic.twitter.com/miqhdn8hHc</a></p>— ANI (@ANI) <a href=”https://twitter.com/ANI/status/1671185523585732609?ref_src=twsrc%5Etfw”>June 20, 2023</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
वैश्विक आतंकवाद-रोधी संरचना में कुछ प्रमुख कमियों को सूचीबद्ध करते हुए भारत ने कहा कि दोहरे मानकों से बचने और अच्छे आतंकवादियों बनाम बुरे आतंकवादियों के आत्म-विनाशकारी औचित्य को लेकरही सबसे महत्वपूर्ण अंतर बना हुआ है।
“इसलिए पहला अंतर हमें प्रतिबंध व्यवस्था में ही कुछ करने की आवश्यकता है, और देखें कि हम वास्तविक और साक्ष्य-आधारित उद्देश्य सूचीकरण प्रस्तावों की सफल लिस्टिंग को सुरक्षित करने के लिए इसकी कार्य पद्धति में सुधार कैसे कर पाते हैं।”
नई दिल्ली उम्मीद कर रही है कि आतंकवाद के संकट से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा में वैश्विक आतंकवाद-रोधी रणनीति (जीसीटीएस) की समीक्षा को अपनाया जायेगा।
गुप्ता ने कहा,“भारत ने 2021 की शुरुआत में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आतंकवाद-विरोधी 8-बिंदु कार्य योजना का प्रस्ताव रखा था। यदि हम 8-बिंदु कार्य योजना को ईमानदारी से लागू कर देते हैं, तो हम शायद न्यूयॉर्क के 9/11 या मुंबई के 26/11 जैसी घटनाओं के फिर से होने को टाल सकते हैं।”
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