Afghanistan पर फिर हो सकता है कब्जा! पूर्व उपराष्ट्रपति सालेह अचानक आए बाहर, बोलें- सबसे पहले तो Pakistan को…

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अफगानिस्तान में एक बार फिर से तालिबान राज हो गया है। लेकिन जब से तालिबान यहां पर सत्ता कायम किया है तब से अफगानिस्तान बम धमाकों से दहल रहा है। पूरे देश में हिसा हो रहा है। यहां तक कि तालिबान के कब्जे के बाद से अफगानिस्तान में मानवीय संकट गहराता जा रहा है। जिसके लिए बाकी देशों के साथ भारत ने भी मदद की है। अफगानिस्तान में कई और आतंकि संगठन हैं जिनके निशाने पर तालिबान है और इस चक्कर में आम लोगों की जान जा रही है। अब अचानक से पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह का बयान आया है और उन्होंने पाकिस्तान पर हमला किया है।</p>
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तालिबान को लताड़ लगाते हुए पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह (Amrullah Saleh) तालिबान पर पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों का समर्थन करने का आरोप लगाया है। उन्होंने 'मोस्ट वांटेड' सिराजुद्दीन हक्कानी को अफगानिस्तान के गृह मंत्री के रूप में नियुक्त करने के लिए भी चरमपंथी समूह की आलोचना की। हाल ही में सिराजुद्दीन हक्कानी को पहली बार सार्वजनिक रूप से देखा गया और उसकी तस्वीरों को रिलीज किया गया। इससे पहले तक वह पाकिस्तान के समर्थन से छिपता रहा था। सालेह ने ट्वीट किया कि, हम अफगानिस्तान को फिर कभी आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल नहीं करने देंगे। लेकिन, अगर उन्हें पाकिस्तान का समर्थन हासिल है। वे दोहा सौदे पर हस्ताक्षर करते हैं और उनमें से मोस्ट वांटेड 10 मिलियन डॉलर का इनामी है और वह गृह मंत्री बन जाता है। संयुक्त राष्ट्र और NGO उसके साथ काम कर सकते हैं।</p>
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बता दें कि, सालेह अगस्त 2021 में अफगानिस्तान की चुनी हुई सरकार को गिराने और देश में तालिबान की वापसी के बाद से ही चरमपंथी संगठन पर हमला बोल रहे हैं। इस हफ्ते की शुरुआत में उन्होंने कहा था कि तालिबान के सत्ता में आने के बाद से ही देश बदहाल है। उन्होंने दावा किया है कि अफगानिस्तान मनोवैज्ञानिक रूप से टूट चुका है। देश में जातीय विभाजन बढ़ चुका है। अपराध और भ्रष्टाचार भी अपने चरम पर हैं और रिकॉर्ड स्तर पर इसमें इजाफा हो रहा है। उन्होंने कहा कि, तालिबान की वापसी के बाद से ही महिलाओं की भागीदारी कम हो गई है और वह घरों की चार दीवारी के बीच सिमट कर रह गई हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि, अनपढ़ और अप्रमाणित मदरसा ग्रैजुएट लोगों की नौकरशाही में शामिल कर लिया गया है।</p>
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आईएन ब्यूरो

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