इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (आईसीआईजे) के पेंडोरा पेपर्स के खुलासे के बाद से पाकिस्तान की सियासत में बवाल मच चुका है। पेंडोरा पेपर्स में दुनिया भर की रसूखदार शख्सियतों की काली कमाई का कच्चा-चिट्ठा अब खुल चुका हैं। इस लिस्ट में पाकिस्तान के 700 लोगों के नाम सामने आए हैं। इनमें इमरान सरकार में वित्त मंत्री शौकत तारिन, जल संसाधन मंत्री मूनिस इलाही, सांसद फैसल वावड़ा, उद्योग और उत्पादन मंत्री खुसरो बख्तियार के परिवार के लोग भी शामिल हैं। यही नहीं, पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के करीबी और सेना के कई अधिकारियों के नामों से भी पर्दा हटा हैं।
इस खुलासे के बाद से पाकिस्तान की राजनीति में हलचल मच गई हैं। लोग इमरान के इस्तीफे की मांग उठ रही है। पेंडोरा पेपर्स लीक के खुलासे से इमरान खान की गद्दी हिलती हुई नजर आ रही हैं। आपको बता दें कि पांच साल पहले पनामा पेपर्स लीक में पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ का नाम सामने आया था। इसके बाद उन्हें अपने पद से इस्तीफा भी देना पड़ा था। ऐसे में इमरान खान ने तब नवाज शरीफ की नाकामियों को भुनाते हुए सत्ता हासिल की थी और उन्होंने नया पाकिस्तान बनाने का सपना लोगों को दिखाया था, लेकिन अब पैंडोरा पेपर्स लीक में इमरान सरकार के कई मंत्रियों के सामने आने के बाद क्या इतिहास फिर से दोहराता हुआ नजर आएगा।
आपको बता दें कि इस मामले में इमरान खान ने भी प्रतिक्रिया दी और ट्वीट करते हुए कहा है कि जिन लोगों का नाम नई लिस्ट में आया है, उनकी जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि इस मुद्दे को भी जलवायु परिवर्तन की तरह ही गंभीरता से लिया जाए। इमरान ने ट्वीट करते हुए लिखा- 'हम पैंडोरा पेपर्स का स्वागत करते हैं जिसने गलत तरह से संपत्ति इकट्ठा करने वाले अमीरों के सच को उजागर किया है, टैक्स चोरी और भ्रष्टाचार किया है और वित्तीय हेवंस में हवाला के रास्ते पैसा पहुंचाया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव के एफएसीटीआई ने 7 ट्रिलियन डॉलर की संपत्ति का आकलन किया है जो चोरी करके विदेशों में पहुंचाई गई है।'