अंतर्राष्ट्रीय

ये देश हुआ भारत के तेजस, ध्रुव और प्रचंड का दीवाना! खरीद सकता है तीनों उड़न खटोले

भारत तेजी से स्वदेशी हथियारों का निर्यातक बन रहा है। दुनियाभर के देश भारतीय हथियारों की खरीद के लिए लगाकर खड़े हैं। इनमें न सिर्फ एशियाई और यूरोपीय देश, बल्कि अफ्रीकी देश भी शामिल हैं। हाल में ही भारत ने ब्रह्मोस मिसाइल, पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लांचर और 155एमएम एटीएजीएस तोप को दुनिया के अलग-अलग देशों को निर्यात किया है। अब अफ्रीका के एक देश ने भारत के एलसीए तेजस लड़ाकू विमान, एएलएच ध्रुव और एलसीएच प्रचंड हेलीकॉप्टरों में रुचि दिखाई है। इस देश का नाम नाइजीरिया (Nigeria) है। नाइजीरिया और भारत के संबंध तेजी से मजबूत हो रहे हैं। यही कारण है कि भारत ने जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान सदस्य न होते हुए भी नाइजीरियाई राष्ट्रपति बोला टीनुबू को विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में बुलाया था।

नाइजीरिया देख चुका तेजस की ताकत

यूरेशियन टाइम्स के अनुसार, नाइजीरिया अफ्रीका महाद्वीप का सबसे अधिक आबादी वाला देश है। नाइजीरिया ने हाल में ही 1 बिलियन डॉलर के रक्षा सौदों पर हस्ताक्षर करने को मंजूरी दी है। इसका उद्देश्य नाइजारिया को डिफेंस मैन्यूफैक्चरिंग के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है। एचएएल के एक अधिकारी ने पुष्टि की है कि नाइजीरियाई प्रतिनिधिमंडल ने तेजस विमान का प्रदर्शन देखा था। हालांकि, नाइजीरियाई पायलटों को अभी भी तेजस और दूसरे हेलीकॉप्टरों को उड़ाना बाकी है।

नाइजीरियाई पायलटों को ट्रेनिंग दे रहा भारत

इन सैन्य विमानों का निर्माण करने वाली हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने नाइजीरियाई आर्मी एविएशन के छह पायलटों को चेतक हेलीकॉप्टरों पर प्रशिक्षित किया है। प्रशिक्षण का पहला चरण दिसंबर 2021 में पूरा हुआ और दूसरा चरण दिसंबर 2022 तक पूरा हुआ। प्रत्येक नाइजीरियाई सेना के पायलट को ट्रेनिंग के हिस्से के रूप में 70 घंटे की उड़ान प्रशिक्षण दिया गया था। भारत नाइजीरिया को एलसीए, एएलएच और एलयूएच की पेशकश कर रहा है और कह रहा है कि यह मंच नाइजीरियाई बलों की ताकत बढ़ाएगा। भारत में नाइजीरियाई उच्चायोग के रक्षा सलाहकार कमोडोर एंथनी विक्टर कुजोह ने 2022 में कहा था कि नाइजीरिया (Nigeria) न केवल प्रशिक्षण के लिए, बल्कि विमानों और हेलीकॉप्टरों के अधिग्रहण की दिशा में भी एचएएल के साथ व्यापारिक संबंधों को आगे बढ़ाना चाहेगा। 2020 में, नाइजीरियाई सेना और वायु सेना ने लड़ाकू हेलीकॉप्टर प्राप्त करने में रुचि दिखाई। सेना पूर्वोत्तर क्षेत्र में तैनात अपने सैनिकों को हवाई सहायता देने के लिए हमलावर हेलीकॉप्टरों को भी खरीदने की इच्छुक है।

ये भी पढ़े: दुनिया में मचेगी तबाही! इस देश में तैनात होगा America का F-35 Fighter Jet, जानें विनाशकारी ताकत

नाइजीरिया को हेलीकॉप्टरों की क्या जरूरत

नाइजीरियाई सेना लंबे समय से बोको हराम आतंकवादियों से लड़ाई लड़ रही है। लेकिन, इस दौरान उन्हें कमजोर हवाई ताकत से परेशान होना पड़ा है। नाइजीरियाई सेना ने खुद स्वीकारा है कि उन्हें आतंकवादियों और विद्रोहियों से जल्दी निपटने के लिए अपनी हवाई शक्ति को बढ़ाने की जरूरत है। एचएएल के अलावा, यूरोपीय विमान निर्माता एयरबस और तुर्की टीएआई ने अपने हेलीकॉप्टर नाइजीरिया में तैनात किए हैं। तुर्की TAI ने T-129 ATAK हेलीकॉप्टर को लगभग US$45 मिलियन प्रति पीस की कीमत पर पेश किया है। यह पांच टन वजनी, दो इंजन वाला, बहुउद्देश्यीय लड़ाकू हेलीकॉप्टर है। यह मूल रूप से इतालवी-ब्रिटिश कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड के लाइसेंस के तहत निर्मित किया गया था।

आईएन ब्यूरो

Recent Posts

खून से सना है चंद किमी लंबे गाजा पट्टी का इतिहास, जानिए 41 किमी लंबे ‘खूनी’ पथ का अतीत!

ऑटोमन साम्राज्य से लेकर इजरायल तक खून से सना है सिर्फ 41 किमी लंबे गजा…

1 year ago

Israel हमास की लड़ाई से Apple और Google जैसी कंपनियों की अटकी सांसे! भारत शिफ्ट हो सकती हैं ये कंपरनियां।

मौजूदा दौर में Israelको टेक्नोलॉजी का गढ़ माना जाता है, इस देश में 500 से…

1 year ago

हमास को कहाँ से मिले Israel किलर हथियार? हुआ खुलासा! जंग तेज

हमास और इजरायल के बीच जारी युद्ध और तेज हो गया है और इजरायली सेना…

1 year ago

Israel-हमास युद्ध में साथ आए दो दुश्‍मन, सऊदी प्रिंस ने ईरानी राष्‍ट्रपति से 45 मिनट तक की फोन पर बात

इजरायल (Israel) और फिलिस्‍तीन के आतंकी संगठन हमास, भू-राजनीति को बदलने वाला घटनाक्रम साबित हो…

1 year ago

इजरायल में भारत की इन 10 कंपनियों का बड़ा कारोबार, हमास के साथ युद्ध से व्यापार पर बुरा असर

Israel और हमास के बीच चल रही लड़ाई के कारण हिन्दुस्तान की कई कंपनियों का…

1 year ago