जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने से पाकिस्तान तिलमिला उठा था। इस तिलमिलाहट में पाकिस्तान ने बिना अंजाम की परवाह किए कई फैसले लिए। जिसमें से एक था भारत से आयात पर प्रतिबंध लगाना। पाकिस्तान को लगा कि ऐसा कर वो भारत को सजा दे रहा है, लेकिन हुआ कुछ उल्टा ही। इस फैसला इमरान खान सरकार के लिए सजा साबित हुआ। पाकिस्तान का व्यापार 90 फीसद तक गिर गया। महंगाई आसमान छूने लगी। ऐसे हालातों में एक बार फिर इमरान खान को भारत की याद आई है।
वाणिज्य और निवेश पर पीएम इमरान खान के सलाहकार अब्दुल रजाक दाऊद ने कहा है कि भारत के साथ व्यापार समय की जरूरत है और ये भारत से ज्यादा पाकिस्तान के लिए फायदेमंद है। अब्दुल रजाक दाऊद ने मीडिया से बात करते हुए कहा- 'जहां तक वाणिज्य मंत्रालय का सवाल है, वो ऐसी स्थिति में है कि भारत के साथ व्यापार हो और मेरा रुख ये है कि हमें भारत के साथ व्यापार करना चाहिए। दोनों देशों के बीच व्यापार को फिर से शुरू किया जाना चाहिए। भारत के साथ व्यापार सभी के लिए बहुत फायदेमंद है, खासकर पाकिस्तान के लिए और मैं इसका समर्थन करता हूं।'
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भारत-पाकिस्तान के बीच व्यापार पर लगे प्रतिबंध पर उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच साल 2019 से ही व्यापार बेहद कम हो रहा है। उसी साल जनवरी में कश्मीर के पुलवामा हमले में 40 भारतीय सैनिक वीरगति को प्राप्त हो गए थे। भारत ने इसके लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार बताया और पाकिस्तान से व्यापार पर कस्टम ड्यूटी को 200 फीसद तक बढ़ा दिया। इसका असर ये हुआ कि भारत-पाकिस्तान के बीच व्यापार कुछ ही महीनों के अंदर 10 प्रतिशत से भी कम रह गया। आपको बता दें कि पाकिस्तान का कपड़ा और चीनी उद्योग इस व्यापार प्रतिबंध से प्रभावित हुआ है, वहीं भारत के सीमेंट, सेंधा नमक और छुहारे आदि ड्राई फूट्स के बाजार पर इस प्रतिबंध का असर पड़ा है।