पाकिस्तान में इस वक्त सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। सियासी घमासान अपने चरम पर है। इमरान खान अपनी सरकार बचाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए वो कभी विपक्ष पर निशाना साध रहे हैं तो कभी विदेश की साजिश बता रहे हैं। उनका कहना है कि अमेरिका उनकी सरकार गिराना चाहता है और धमकी भरा पत्र अमेरिका से ही आया था। इसके साथ ही वो कई मौकों पर भारत का भी नाम लेने से बाज नहीं आए। इस बीच इमरान खान को सुप्रीम कोर्ट ने जमकर फटकार लगाई है। इसके साथ ही चीफ जस्टिस ने कहा है कि, डिप्टी स्पीकर की रूलिंग को गलत बताया है। जिसपर अब कहा जा रहा है कि, पाकिस्तान की संसद एक बार फिर से बहाल हो सकती है।
पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट में यह सुनवाई डिप्टी स्पीकर के उस आदेश के खिलाफ दायर याचिका पर हो रही है, जिसमें इमरान सरकार के खिलाफ आए अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया। याचिका खारिज होने के बाद पाकिस्तान की संसद को भी भंग कर दिया गया था और 90 दिनों के भीतर चुनाव कराने की मांग हुई थी। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के कार्यवाहक पीएम इमरान खान को फटकार लगाई है. चीफ जस्टिन ने कहा कि, मौजूदा संकट में आपने 90 दिनों के लिए देश को बेसहारा छोड़ दिया है।
उधर विपक्षी दलों के संगठन पीडीएम के चीफ मौलाना फजल-उर-रहमान ने बुधवार रात साफ कर दिया है कि गठबंधन अब कोर्ट के अलावा सड़कों पर भी इमरान खान का मुकाबला करेगा। वहीं, कोर्ट में स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के वकील नईम बुखारी ने भी दलील दी। उन्होंने कहा कि संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाने को मंजूरी मिलने का मतलब यह नहीं कि इसे खारिज नहीं किया जा सकता।