PM मोदी की बराबरी करना इमरान खान को पड़ा भारी, श्रीलंका ने रद्द किया संसद संबोधन

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यूं तो इमरान खान (Imran Khan) पर इज्जत बेइज्जति का कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन इस बार की बेइज्जति कुछ ऐसी है कि इमरान खान को कई रातों तक सपने आते रहेंगे। दरअसल, इमरान खान (Imran Khan) भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बराबरी करना चाहता है। इसलिए इमरान खान ने चीन से श्रीलंका (Sri Lnaka) पर दबाव डलवाया और श्रीलंका की संसद Sri Lanka Parliament) को संबोधित करने का अपना कार्यक्रम फाइनल करवा लिया। भारत को इस बात की जानकारी हुई तो श्रीलंका को उसका वादा याद दिलाया। श्रीलंका की समझ में आ गया कि अगर इमरान खान श्रीलंका की सीढियां चढ़ेगा तो भारतीय पीएम मोदी का पारा कई गुना तेज चढ़ सकता है। वक्त की नजाकत को देखते हुए श्रीलंका सरकार ने इमरान खान को कहलवा दिया कि फिलहाल यह कार्यक्रम नहीं हो सकता। श्रीलंका के इस रुख से इमरान खान के सारे अरमानों पर पानी पड़ गया।</p>
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एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्‍तानी पीएम इमरान खान भी पीएम मोदी के नक्‍शे कदम पर चलना चाहते थे लेकिन श्रीलंका ने कोरोना वायरस का बहाना लेकर इमरान खान के अरमानों को मिट्टी में मिला दिया। इमरान खान अपने श्रीलंका दौरे के दौरान 24 फरवरी को वहां की संसद को संबोधित करना चाहते थे। श्रीलंका ने कहा कि कोरोना वायरस के कोलंबो में फैलने की वजह से वे संसद में इमरान खान के संबोधन के दौरान सभी सांसदों की उपस्थिति सुनिश्चित नहीं कर सकते हैं, इसलिए इस कार्यक्रम को स्‍थगित किया जाता है।</p>
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ऐसा बताया जाता है कि श्रीलंका सरकार के एक गुट को पाकिस्‍तानी पीएम के संसद में संबोधन को लेकर आपत्ति थी। भारत के साथ उसके रिश्‍तों की कीमत वो पाकिस्तानी पीएम इमरान खान को अपनी संसद में नहीं देखना चाहते थे। यह भी आशंका थी कि इमरान खान कश्मीर मुद्दा उठाने के लिए  श्रीलंका की संसद का इस्तेमाल कर सकते थे। श्रीलंका ने अब तक कश्‍मीर मामले से दूरी बनाकर रखी हुई है। यही नहीं इमरान खान संसद को संबोधित करके खुद को पीएम मोदी के बराबर दिखाने की कोशिश करते। इन सब खतरों को देखते हुए श्रीलंका ने संसद को संबोधित करने के कार्यक्रम को ही रद्द कर दिया है।</p>
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ध्यान रहे राजपक्षे की श्रीलंका सरकार का दावा है कि वो गुटनिरपेक्षता को अपनाएंगे लेकिन रणनीति साझेदारी की बात होगी तो भारतीय हितों को प्राथमिकता देगी। इमरान खान को संसद सम्बोधन का सम्मान देने से भारतीय हितों की अवहेलना होने का डर था। इमरान खान बड़ी ही कुटिलता से श्रीलंका को भारत के खिलाफ हथियार बनाकर इस्तेमाल करने की साजिश रची थी। भारत ने हमेशा की तरह श्रीलंका को चीन-पाकिस्तान की कुटिलता और उसके दुष्परिणामों की भी जानकारी दी। श्रीलंका ने भारत की जानकारियों को गंभीरता से लिया और इमरान खान को दुत्कार दिया।</p>

Rajeev Sharma

Rajeev Sharma, writes on National-International issues, Radicalization, Pakistan-China & Indian Socio- Politics.

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