इस अफगान लड़की की दहाड़ से डरा तालिबान- बोली- छोड़ दो अफगानिस्तान वरना…

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तालिबान भले अफगानी नागरिकों की आवाज दबा रहा हो लेकिन सोशल मीडिया के इस जमाने में कुछ भी छुपा पाना मुश्किल है। इस वक्त एक अफगानी लड़की की दहाड़ पूरे विश्व में गूंज रही है जो तालिबान को चेतावनी देते हुए स्कूल जाने के अधिकार की मांग कर रही है। सोशल मीडिया पर इस लड़की का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।</p>
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तालिबान की गोलियों को नजरअंदाज करते हुए यह लड़की अपने हक की मांग कर रही है। अफगान लड़की ने तालिबान को चुनौती देने और शिक्षा जारी रखने की मांग कर रही है। उसकी हिम्मत की तारीफ दुनियाभर में हो रही है। करीब एक मिनट एक इस वीडियो में इस वीडियो में निडरता से लड़की तालिबानी नेताओं से पूछती है कि वह कौन होते हैं जो उनसे अधिकार और अवसर छीन रहे हैं, वो भी तब जब पुरुष और महिला दोनों 'अल्लाह' के सामने बराबर हैं।</p>
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इस वीडियो को अफगानिस्तान के पत्रकार बिलाल सरवरी ने ट्वीट किया है और कैप्शन में लिखा है कि, मैं स्कूल जाना चाहती हूं, एक अफगान लड़की का पावरफुल मैसेज। लड़की ने तर्क दिया है कि वह देश के विकास के लिए काम करना चाहती है। उसने कहा कि, मैं एक नई पीढ़ी से हूं, मैं केवल खाने, सोने और घर पर रहने के लिए पैदा नहीं हुई हूं, मैं स्कूल जाना चाहती हूं।</p>
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“I want to go to school.” Powerful message from this eloquent Afghan girl. <a href="https://t.co/PdAMtg9Fjm">pic.twitter.com/PdAMtg9Fjm</a></p>
— BILAL SARWARY (@bsarwary) <a href="https://twitter.com/bsarwary/status/1440754309168185350?ref_src=twsrc%5Etfw">September 22, 2021</a></blockquote>
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वीडियो में लड़की कहती है कि, अगर अफगानिस्तान में किसी महिला को शिक्षा नहीं मिलेगी, तो कैसे हमारी अगली पीढ़ी तहजीबदार बनेगी? अगर हमें सिक्षा नहीं मिलेगी तो इस दुनिया में हमारा कोई मूल्य नहीं होगा। इस वीडियो के सामने आने के बाद दुनियाभर के लोगों की इस लड़की की बहादुरी पर प्रतिक्रिया मिल रही है।</p>
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बता दें कि, तालिबान ने बीते हफ्ते स्कूल खोलने की घोषणा की थी जिसमें कक्षा 7वीं से 12वीं तक के लड़कों और पुरुष शिक्षकों को स्कूल लौटने को कहा था। लड़कियों को केवल प्राथमिक स्कूल में पढ़ने की अनुमित देने की बात कही गई थी। इसके अलावा काबुल के अंतरिम मेयर ने शहर की महिला कर्मचारियों से घर पर रहने को कहा, जिसके चलते बड़ी संख्या में महिलाएं विरोध प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतरीं। तालिबान ने महिलाओं को अधिकार देने और समावेशी सरकार बनाने का वादा किया था। लेकिन कब्जा के बाद वो अपने इस वादे से मूकरते हुए उसी पुराने शासन को लागू करना शुरू कर दिया है।</p>
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आईएन ब्यूरो

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