अंतर्राष्ट्रीय

रूस ने अब यूक्रेन पर किया घातक हथियार से हमला,सुसाइड ड्रोन से मचाई तबाही

यूक्रेन (Ukraine) और रूस के बीच जारी जंग के 8 महीने बीत चुके हैं, लेकिन यह युद्ध थमने की बजाय दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। महीनों तक तोपों और टैंकों से यूक्रेन के शहरों पर हमला बोलने वाले रूस को परेशानी का सामना भी करना पड़ा है। कई जगहों पर यूक्रेनी सैनिकों ने उसके सैनिकों घेर लिया और तोपों समेत वापस लौटने पर मजबूर कर दिया। इतना ही नहीं अब रूस ने नया तरीका ढूंढ लिया है, जिससे वह कम मेहनत से ज्यादा नुकसान कर रहा है।

दरअसल, रूस ने ड्रोन्स के जरिए यूक्रेन पर हमलों की बौछार कर दी है, जिससे वह बैठे-बैठे ही राजधानी कीव में तबाही मचा रहा है। बड़ी-बड़ी इमारतें जमींदोज हो रही है। इसके चलते यूक्रेन को बड़े संकट का सामना करना पड़ रहा है। ईरान में बने ये ‘कामिकेज ड्रोन्स’ रूस के लिए बेहद कारगर साबित हो रहे हैं। अब तक रूस ने मिसाइलों के जरिए ही यूक्रेन पर अटैक किए थे, जो इतने कामयाब नहीं थे।

लेकिन अब ड्रोन्स के जरिए उसे ऐसा अचूक हथियार मिल गया है, जिससे वह यूक्रेन (Ukraine) को नेस्तनाबूद कर रहा है। इन्हें आत्मघाती ड्रोन भी कहा जा रहा है क्योंकि इनमें बड़े पैमाने पर विस्फोटक भऱा होता है और टारगेट के पास जाकर ये फट जाते हैं। इससे दुश्मन को बड़ा नुकसान होता है। इन्हीं के जरिए रूस ने अब यूक्रेन के शहरी केंद्रों, इन्फ्रास्ट्रक्चर और पावर स्टेशनों पर भी हमला बोला है। कहा जा रहा है कि लागत के मामले में भी ये काफी सस्ते पड़ते हैं।

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कामीकेज ड्रोन्स (Kamikaze Drones) यानी सुसाइड ड्रोन्स। इन्हें उड़ाने के लिए किसी इंसान की जरुरत नहीं होती। इनके नेविगेशन सिस्टम और एवियोनिक्स सिस्टम में एक बार दुश्मन का टारगेट लोकेशन फीड कर दो। इन्हें उड़ा दो।हथियारों को एक्टिव कर दो। उसके बाद ये अपना काम बूखबी कर देते हैं। अगर एक साथ दर्जनों ड्रोन्स किसी शहर के ऊपर हमला करेंगे तो कोई भी सेना एंटी-ड्रोन प्रणाली का भी इस्तेमाल नहीं कर पाएगी। यानी तबाही पक्की है।

सुसाइड ड्रोन्स की खासियत?

सुसाइड ड्रोन्स की खासियत यही होती है कि ये खुद तो मरेंगे ही, दुश्मन टारगेट को भी खत्म कर देंगे। इन्हें वापस लाने का कोई टेंशन नहीं होता। इन्हें सेना की भाषा में लॉयटरिंग म्यूनिशन (Loitering Munition) कहते हैं। इन्हें इमारत, टैंक, बख्तरबंद वाहन, सैनिकों के समूह पर कहीं भी गिरा दो। तबाही मचा देते हैं। एक बार आपने इनके अंदर दुश्मन टारगेट की लोकेशन फीड कर दीजिए। उसके बाद ये उसकी मौत की खबर दे देते हैं।

2,000 किलोमीटर तक उड़ान भरते हैं ये ड्रोन

रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि ये ड्रोन क्रूज मिसाइल से ज्यादा घातक साबित हो रहे हैं। ये टारगेट के ऊपर मंडराते हैं और फिर तेजी से नीचे आते हुए फट जाते हैं। A शेप में बने ये ड्रोन तेजी से उड़ान भरते हैं। यूक्रेन (Ukraine) के लिए बड़ी टेंशन यह है कि अब वह अपनी आयुध सामग्री को कहां रखे। ये सुसाइड ड्रोन्स 2,000 किलोमीटर तक उड़ान भर सकते हैं और टारगेट पर गिरने से पहले देर तक मंडराता है। इन ड्रोन्स के हमलों ने यूक्रेन की सारी रणनीति ही बिगाड़ दी है। रूस अब इन ड्रोन्स के जरिए राजधानी कीव समेत कई शहरों पर हमला बोल रहा है।

आईएन ब्यूरो

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