अंतर्राष्ट्रीय

रूस के S-350 ने यूक्रेन में फिर मचाई भारी तबाही, जानें कितना ताकवर है पुतिन का नया ‘ब्रह्मास्त्र’

रूस (Russia) के एस-350 मिसाइल सिस्टम ने पहली बार यूक्रेन में एक वास्तविक लक्ष्य को तबाह किया है। इस दौरान एस-350 पूरी तरह से अपने मानदंडों पर खरा उतरा। वहीं रूस का तो यह दावा है कि यह इकलौता ऐसा डिफेंस सिस्टम है, जो हाइपरसोनिक मिसाइलों को भी नष्ट कर सकता है। ऐसे में रूस के इस ऐलान ने पश्चिमी देशों की टेंशन बढ़ा दी है। रूस के एस-350 वाइटाज मिसाइल सिस्टम की तुलना अमेरिकी पैट्रियट से की जाती है। रूस का दावा है कि एस-350 कम ऊंचाई पर उड़ रहे लक्ष्य को आसानी से मार गिरा सकता है, जबकि अमेरिकी पैट्रियट ऐसा नहीं कर सकता।

रूसी मंत्री ने क्या बताया?

रूस उद्योग मंत्री डेनिस मंटुरोव का कहना है कि रूसी वायु रक्षा परिसर S-350 वाइटाज ने यूक्रेन में मास्को के विशेष सैन्य अभियान के क्षेत्र में युद्ध संचालन के दौरान पहली बार एक वास्तविक हवाई लक्ष्य को स्वचालित रूप से नष्ट कर दिया है। मंटुरोव ने कहा कि अभी हाल ही में ओबुखोव प्लांट ने घोषणा की है कि S-350 वाइटाज़ एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम ने पहली बार आटोमेटिक मोड में स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन के क्षेत्र में एक लक्ष्य को हिट किया है।

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एस-350 कर सकता है हाइपरसोनिक मिसाइलों को नष्ट

मंत्री ने कहा कि S-350 वाइटाज वर्तमान में दुनिया में एकमात्र ऐसा एयर डिफेंस सिस्टम है, जो हाइपरसोनिक मिसाइलों को नष्ट करने में सक्षम है। यह सिर्फ रूसी सेना के पास मौजूद है। रूस ने इसी साल मई में S-350 वाइटाज को पहली बार यूक्रेन में मिलिट्री ऑपरेशन वाले इलाकों में तैनात किया था। यह सिस्टम यूक्रेनी लड़ाकू विमानों और ड्रोन का आटोमेटिक पता लगाने, ट्रैकिंग करने और नष्ट करने में सक्षम है।

S-350 की खासियतें जानें

S-350 एक मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है। इसे रूसी रक्षा कंपनी अल्माज-एंटे ने विकसित और निर्मित किया है। एस-350 को बनाने का काम 1990 के दशक में शुरू किया गया था। हालांकि, इसका पहला परीक्षण 2013 में हो सका। रूस ने 2023 के MAKS एयर शो के दौरान एस-350 वाइटाज को पहली बार दुनिया के सामने प्रदर्शित किया था। रूसी सेना को इस सिस्टम का पहला बैच दिसंबर 2019 में मिला था।

आईएन ब्यूरो

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