Russia Fired Missile Near UK Spy Plane: रूस और यूक्रेन जंग (Russia Ukriane War) किसके बीच चल रही है? रूस और यूक्रेन के बीच, बिल्कुल नहीं! ये जंग अमेरिका, नाटो और पूरे पश्चिमी देश वर्सेज रूस (NATO vs Russia) चल रही है। मतलब यूक्रेन वो हथियार है जिसका ट्रिगर अमेरिका के पास है। यूक्रेन को बचाना तो सिर्फ बहाना है। असल में अमेरिका बहुत पहले से ही रूस को तोड़ना चाहता था और यूक्रेन उसके लिए सबसे अच्छा रास्ता था। पश्चिमी देशों की ये दादागिरी है कि वो मिलकर यूक्रेन की मदद करेंगे और दुनिया को भी साथ आने के लिए कह रहे हैं लेकिन, रूस की जिसने मदद की वो उनका कट्टर दुश्मन। अमेरिका अपनी सुपर पावर वाली छवी बचाना चाहता है यही कारण है कि वो रूस के खिलाफ लड़ने के लिए यूक्रेन को गोला, बारू, हथियार, जेट, मिशाइलें, ड्रोन, टैंक संग सारी जरूरत की सामाने दे रहा है। साथ ही आर्थिक रूप से भी मदद कर रहा है। इसपर रूस ने कई बार चेतावनी दी है कि इस जंग को पश्चिमी देश भड़का रहे हैं। अंत में पुतिन ने परमाणु हमले (Russia Warns Nuclear Attack) की भी चेतावनी दे दी है। जंग के बीच रूसी लड़ाकू विमान ने ब्रिटिश स्पाई प्लेन (Russia Fired Missile Near UK Spy Plane) के करीब से मिसाइल दाग दी है। जिस वक्त रूस ने मिसाइल दागी उस परक्त ब्रिटिश जासूसी विमान (Russia Fired Missile Near UK Spy Plane) काला सागर के ऊपर अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में गश्त कर रहा था।
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भड़क जाता तीसरा विश्व युद्ध
ब्रिटेन ने दावा किया है कि, रूस ने 29 सितंबर को ब्रिटिश जासूसी विमान के पास से मिसाइल दागी थी। इस घटना के बाद रिस्क वाले इलाकों में ब्रिटिश जासूसी विमानों के साथ लड़ाकू विमान भी गश्त कर रहे हैं। आशंका जताई जा रही है कि अगर फिर ऐसी घटना दोहराई जाती है तो इसकी जवाबी कार्रवाई से तीसरा विश्व युद्ध भड़क सकता है। हालांकि, रूस ने इस घटना को तकनीकी खामी करार दिया है और कहा है कि उनका इरादा ब्रिटिश विमान को नुकसान पहुंचाने का नहीं था। ब्रिटिश रक्षा मंत्री रक्षा मंत्री बेन वालेस ने गुरुवार को संसद में कहा कि एक रूसी लड़ाकू जेट ने 29 सितंबर को काला सागर के ऊपर अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में गश्त कर रहे एक निहत्थे ब्रिटिश जासूसी विमान के पास एक मिसाइल दागी। उन्होंने सांसदों को बताया कि रूस ने इस घटना के लिए तकनीकी खराबी को जिम्मेदार ठहराया। ऐसे में ब्रिटिश जासूसी विमानों के साथ अब लड़ाकू विमान एस्कॉर्ट में जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि घटना के बाद ब्रिटेन ने काला सागर इलाके में अपने पेट्रोलिंग को स्थगित कर दिया था। ब्रिटिश सरकार ने इस मामले को लेकर रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु के सामने चिंता व्यक्त की थी।
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रूस ने बताया तकनीकी फॉल्ट
वालेस ने कहा कि 10 अक्टूबर को रूसी रक्षा मंत्री के एक जवाब में कहा गया था कि उन्होंने इस घटना की परिस्थितियों की जांच की है। उन्होंने कहा कि यह घटना सुखोई एसयू-27 लड़ाकू विमान में आई तकनीकी खराबी के कारण हुई थी। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि यह घटना अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में हुई थी। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश गश्ती विमानों को अब लड़ाकू विमान एस्कॉर्ट्स कर रहे हैं हैं। वालेस ने कहा कि इस घटना के बारे में ब्रिटेन के सहयोगी को सूचित कर दिया गया था।