Pakistan जहां आतंक और आतंकवाद को लेकर दुनिया में बदनाम है,वहीं आर्थिक तंगी के बीच एक औऱ शर्म करने वाली बात पाकिस्तान के सामने आई है। दुनिया भर में पार्सपोर्ट को लेकर रैंकिग जारी की जाती है, हर बार की तरह इस बार भी पासपोर्ट को लेकर दुनिया भर के देशों की रैंकिंग जारी कर दी गई है। इस बार सिंगापुर ने जापान को हटाकर नंबर एक की पोजिशन हासिल की है,तो वहीं एक बार फिर से पाकिस्तानी पासपोर्ट की रैंकिंग फिसड्डी साबित हुआ है।
हेनले एंड पार्टनर्स की ओर से विश्व भर के 190 से ज्यादा देशों की पासपोर्ट रैंकिंग जारी की गई है। दुनिया भर के पासपोर्ट की रैंकिंग में भारत की पासपोर्ट में सुधार हुआ है,वहीं पाकिस्तान का पासपोर्ट एक बार खराब रैंकिंग में नीचे से तीसरे पोजिशन पर आया है। पाकिस्तानी पासपोर्ट से बेहतर तो बंग्लादेश और नेपाल की है।
190 से ज्यादा देशों की पासपोर्ट रैंकिंग जारी
दुनिया में कोरोना प्रतिबंध और इस महामारी का डर ख़त्म होने के साथ ही हवाई यात्रा फिर से शुरु हो गई है।सभी देशों ने अपने बॉर्डर खोल दिए हैं। इस बीच लंदन स्थित हेनले एंड पार्टनर्स की ओर से 190 से अधिक देशों के पासपोर्ट की रैंकिंग जारी की गई है।
भारतीय पासपोर्ट में 5 रैंकों की सुधार
पासपोर्ट रैंकिंग की लिस्ट में भारत की रैंकिंग पांच अंकों के साथ सुधार हुआ है। जबकि पड़ोसी देश पाकिस्तान भारत से बहुत नीचे हैं। भारत के पासपोर्ट के साथ नागरिक 57 देशों की वीजा फ्री यात्रा कर सकते हैं।
हेनले पासपोर्ट रैंकिंग को आधिकारिक और ऑथेंटिक माना जाता है। हेनले पिछले 18 सालों से यह रैंकिंग जारी करने का काम कर रही है।
बांग्लादेश और नेपाल की पाकिस्तान से बेहतर स्थिति
एक ओर जहां पाकिस्तान आर्थिक मोर्चे पर फेल हो रहा है,वहीं पासपोर्ट रैंकिंग मामले में भी पाकिस्तान की स्थिति बेहतर नहीं है। पिछले साल इसी इंडेक्स में चौथा सहसे ख़राब पासपोर्ट करार दिया गया था। इस बार भी वह इस इंडेक्स में 100वें नंबर पर है। पाकिस्तान की रैंकिंग नीचे से तीसरी है। पाकिस्तान से अच्छी रैंकिंग बांग्लादेश और नेपाल की है। जहां बांग्लादेश की रैंकिंग 96वीं है वहीं नेपाल 98वें रैंक पर है। पाकिस्तान से नीचे सीरीया ,इराक और अफगानिस्तान की है है।
भारत की रैंकिंग 80 वां
पासपोर्ट रैंकिंग में पिछली बार भारत की स्थिति 85वें स्थान पर था,वहीं इस बार 5 रैंकों का सुधार करते हुए 80 वें स्थान पर है। भारतीय नागरिकों को इंडोनेशिया,थाईलैंड और रवांडा जैसे देशों समेत 57 देशों में बीजा फ्री एंट्री मिलेगी। जबकि चीन,जापान,रूस अमेरिका और यूरोपियन यूनियन देशों के लिए वीजा लेना पड़ेगा।
सिंगापुर नंबर वन पर तो जापान तीसरे पर
लंदन स्थित इमीग्रेशन एडवाइजरी फर्म हेनले एंड पार्टनर्स की रैंकिंग के मुताबिक पांच साल तक टॉप पर रहने के बाद, जापान तीसरे स्थान पर खिसक गया है। उसके पासपोर्ट द्वारा बिना वीजा के पहुंच सकने वाले देशों की संख्या में गिरावट आई। जबकि सिंगापुर सबसे ताकतवर पासपोर्ट है। अमेरिका जो करीब एक दशक पहले रैंकिंग में टॉप पर था, अब दो स्थान फिसलकर आठवें स्थान पर आ गया है।
यूरोप की वापसी
जर्मनी, इटली और स्पेन 190 जगहों पर वीजा फ्री एंट्री के साथ दूसरे स्थान पर आ गए हैं। जबकि जापान और दक्षिण कोरिया के अलावा ऑस्ट्रिया, फिनलैंड, फ्रांस, लक्जमबर्ग और स्वीडन को तीसरी रैंकिंग मिली है। इन सातों देशों के नागरिक बिना वीजा के 189 देशों की यात्रा कर सकते हैं। यूके दो स्थानों की छलांग लगाकर चौथे स्थान पर पहुंच गया है।
यह भी पढ़ें-PM Modi का वैश्विक प्रभाव के कारण अमेरिका ने लौटाई भारत को 105 प्राचीन कलाकृतियां।
ऑटोमन साम्राज्य से लेकर इजरायल तक खून से सना है सिर्फ 41 किमी लंबे गजा…
मौजूदा दौर में Israelको टेक्नोलॉजी का गढ़ माना जाता है, इस देश में 500 से…
हमास और इजरायल के बीच जारी युद्ध और तेज हो गया है और इजरायली सेना…
इजरायल (Israel) और फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास, भू-राजनीति को बदलने वाला घटनाक्रम साबित हो…
Israel और हमास के बीच चल रही लड़ाई के कारण हिन्दुस्तान की कई कंपनियों का…
The Kashmir Files के डायरेक्टर पर बॉलीवुड अदाकारा आशा पारेख बुरी तरह बिफर गई। विवेक…