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SriLanka को आर्थिक संकट से उबारने के लिए भारत आया आगे, इतने बिलियन डॉलर की नकद मदद भेजी कोलंबो

इस देश के पास स्टाफ को देने के लिए पैसे तक नहीं

दुनिया के कई देश चीन से परेशान हैं। खासकर वो देश जो इससे लगती सीमा साझा करते हैं। भारत की भी सीमा चीन से लगती है और गलवान वैली में चीन ने अपनी बुरी चाल चलते हुए यहां घुसपैठ करने की कोशिश की जिसका भारतीय जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया। इसके साथ ही नेपाल में तो चीन काफी अंदर घुस गया है। ताइवान पर लगातार कब्जा करने की फिराक में है। समुद्र में भी यही हाल है। अब जो देश इससे सीमा साझा नहीं करते वो इसके कर्ज जाल में फंस रहे हैं। इस वक्त पाकिस्तान और श्रीलंका इसके उदाहरण हैं। श्रीलंका में जो हाल है वो चीन का ही दिया हुआ है और पाकिस्तान को भी इस हाल में करने में ड्रैगन का हाथ रहा है। श्रीलंका का तो इस वक्त वो हाल है कि उसके पास अपने कर्मचारियों को देने के लिए पैसे नहीं हैं।

आजादी मिलने के बाद से श्रीलंका के अर्थव्यवस्था का ये सबसे बुरा दौर है। देश में हालत बद से बदतर होते जा रहे हैं। खाने-पीने की चीजों के सामान आसमान छू रहे हैं। देश में खाने से लेकर ईंधन तक सबकी भारी कमी है। श्रीलंका ने ईराक, नॉर्वे और ऑस्ट्रेलिया में अपने दूतावास बंद कर दिए हैं क्योंकि सरकार के पास स्टॉफ को देने के पैसे नहीं हैं।

श्रीलंका सरकार ने मंगलवार को ऐलान किया कि वो 30 अप्रैल से नॉर्वे, ईराक और ऑस्ट्रेलिया में अपने दूतावास को अस्थाई तौर पर बंद कर रहे हैं। इससे पहले रविवार को श्रीलंका सरकार के हर मंत्री ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे और उनके भाई प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे को छोड़कर बाकी सभी नेता सरकार से जा चुके हैं। राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने सभी राजनीतिक दलों से कहा था कि वो मंत्री पद स्वीकार करें लेकिन सभी पार्टियों ने एक सुर से मना कर दिया। मंगलवार को गठबंधन में शामिल 41 सांसदों ने सरकार में असंतोष जताते हुए सदन से वॉकआउट कर लिया था। यहां तक की देश के सेंट्रल बैंक के गवर्नर अजित काबराल ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया।

संकट की घड़ी से गुजर रहे श्रीलंका को भारत ने मदद की पेशकश की है। भारत सरकार ने श्रीलंका को आर्थिक संकट से निपटने के लिए 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर का लोन देने की घोषणा की है। भारी कर्ज में डूबे श्रीलंका का विदेशी मुद्रा भंडार खाली पर आ गया है। इसके अलावा श्रीलंका की करेंसी भी रिकार्ड निचले स्तर पर आ गई है।