चीनी फर्मों के खिलाफ नवीनतम  कार्रवाई में ताइवान ने अलीबाबा ग्रुप होल्डिंग लिमिटेड की ई-कॉमर्स साइट ताओबाओ को विदेशी कंपनी के बजाय चीनी निवेश के रूप में फिर से 6 महीने के भीतर पंजीकरण कराने या देश छोड़ने का आदेश दिया है। बढ़ते राजनीतिक तनाव के बीच ताइवान ने चीनी निवेश और चीनी तकनीकी फर्मों के संचालन की निगरानी को बढ़ा दिया है।
पिछले हफ्ते ताइवान ने कहा कि उसने चीनी इंटरनेट टेलीविज़न स्ट्रीमिंग सेवाओं की स्थानीय बिक्री को रोकने की योजना बनाई है, हालांकि वह उन्हें अवरुद्ध करने की योजना नहीं बना रहा है।
ताइवान के आर्थिक मंत्रालय के निवेश आयोग ने कहा कि ताओबाओ एक ब्रिटिश पंजीकृत कंपनी द्वारा संचालित किया जा रहा है, जिसे क्लैडाग वेंचर इन्वेस्टमेंट कहा जाता है, जो एक निवेश फर्म है जो अलीबाबा द्वारा नियंत्रित थी।
आयोग को डेटा सुरक्षा के बारे में भी चिंता थी, क्योंकि उपयोगकर्ताओं के डेटा को चीन को वापस भेजा जा रहा था। इसके लिए ताओबाओ ताइवान पर  13,960.77  डॉलर का जुर्माना लगाया गया और उसके निवेश को वापस लेने या फिर से पंजीकरण करने के लिए छह महीने का समय दिया गया।
ताइवान, चीन से किये गये निवेश को विदेशों से अलग मानता है और उसके लिए कहीं अधिक कठोर नियमों हैं। क्लैडाग के ताइवान कार्यालय ने इस कदम पर खेद व्यक्त किया और कहा कि उसे सरकार से कोई औपचारिक सूचना नहीं मिली है, लेकिन वह निर्णय का सम्मान करता है और "जल्द से जल्द सुधार को आगे बढ़ाएगा"।
पिछले साल लॉन्च किये गये ताओबाओ ताइवान ने पहले कहा है कि यह ताओबाओ चीन से एक पूरी तरह से अलग कंपनी है। अलीबाबा ने कहा कि वह इस मामले पर "टिप्पणी करने की स्थिति में नहीं है।".
ऑटोमन साम्राज्य से लेकर इजरायल तक खून से सना है सिर्फ 41 किमी लंबे गजा…
मौजूदा दौर में Israelको टेक्नोलॉजी का गढ़ माना जाता है, इस देश में 500 से…
हमास और इजरायल के बीच जारी युद्ध और तेज हो गया है और इजरायली सेना…
इजरायल (Israel) और फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास, भू-राजनीति को बदलने वाला घटनाक्रम साबित हो…
Israel और हमास के बीच चल रही लड़ाई के कारण हिन्दुस्तान की कई कंपनियों का…
The Kashmir Files के डायरेक्टर पर बॉलीवुड अदाकारा आशा पारेख बुरी तरह बिफर गई। विवेक…