अंतर्राष्ट्रीय

रूस के छक्के छुड़ाने वाले इस ब्रह्मास्त्र से चीन को डराएगा ताइवान! जाने कितनी खतरनाक

ताइवान (Taiwan) को हथियाने के लिए चीन (China) इस वक्त मानसिक रूप से दबाव बना रहा है। ताइवान को डरा-धमका कर अपने में मिलाने की कोशिश कर रहा है। ऐसे में चीन के डरने पर ताइवान भी करारा जवाब देने के लिए तैयार है। पीछे कई ऐसे मौके आये जब चीन ने ताइवान पर लगाम कसने के जतन किए। साल 2022 में अमेरिकी प्रतिनिधि नैंसी पेलोसी ताइवान आई थी। तब भी चीन भड़का था। अब हाल ताइवान की राष्ट्रपति ने अमेरिका यात्रा की, इस पर भी चीन बुरी तरह भड़क गया है। मगर इन के अलावा अब चीन को मुंह तोड़ जवाब देने के लिए ताइवान अब अमेरिका में बनी एफजीएम 148 एंटी टंक गाइडेड मिसाइल का इंतजार कर रहा है। ये वो ही एंटी टैंक मिसाइल है, जिसने रूस और यूक्रेन की जंग में रूसी सेना के छक्के छुड़ा दिए थे। अब इसी हथियार से ताइवान चीन को जरूरत पड़ने पर मजा चखाना चाहता है।

फ़िलहाल अब ताइवान (Taiwan) को अमेरिका में बनीं (FGM-148) जैवलिन पोर्टेबल एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल का इंतजार है। क्योंकि यही वो हथियार है जिसने रूस और यूक्रेन की जंग में रूसी सेना के छक्‍के छुड़ा दिए हैं। ताइवान का मकसद इन मिसाइलों की मदद से चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के बख्तरबंद गाड़‍ियों और सैनिकों ले जानी वाली खास तरह की नावों को निशाना बनाना है।

अमेरिका में ताइवानी राष्‍ट्रपति

वहीं ताइवानी राष्ट्रपति ने अमेरिकी स्पीकर से मुलाकात की तो चीन भड़क गया। इससे पहले अमेरिका ने ताइवान को भी चेतावनी दी थी कि वह अमेरिका यात्रा पर जाकर मुलाकात करेंगे, तो इसके नतीजे भुगतने होंगे। चीन ने अपने तीन युद्धपोत भी ताइवान के आसपास तैनात कर दिए। इसी बीच ताइवान की मीडिया की रिपोर्ट में मिलिट्री सूत्रों हवाले से इस हथियार के बारे में जानकारी दी है। अप्रैल 2022 में, ताइवान के पास लगभग 1,000 ऐसी मिसाइलें थीं और वह अमेरिका से 400 और मिसाइलों के मिलने का इंतजार कर रहा है। माना जा रहा है कि इस साल की दूसरी छमाही और 2024 की शुरुआत में इसकी डिलीवरी शुरू हो जाएगी।

ये भी पढ़े: Taiwan की बेवकूफी या गलती? China को मिला उसके सबसे शक्तिशाली मिसाइल का मेन पार्ट

यूक्रेन ने जंग में किया था इस यूज

इस जैवलिन मिसाइल से बिल्डिंग्‍स और बाकी टारगेट्स को निशान बनाया जा सकता है। इसकी रेंज 2.5 किलोमीटर है और टॉप-अटैक मोड में, यह 150 मीटर (490 फीट) या डायरेक्ट-फायर मोड में 60 मीटर की अधिकतम ऊंचाई तक पहुंच सकती है। इसमें सटीक हमलों के लिए एक इंफ्रारेड सीकर भी है।

आईएन ब्यूरो

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