अंतर्राष्ट्रीय

तुर्किए की सेना ने मार गिराया ISIS का संदिग्ध सरगना अबु हुसैन अल कुरैशी, राष्ट्रपति ने किया ऐलान

तुर्की ने सीरिया में दाएश/इस्लामिक स्टेट (ISIS) आतंकवादी संगठन के नेता अबू हुसैन अल-कुरैशी को मार गिराया है। राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने रविवार को इस बात की जानकारी दी। तुर्की के राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी दाएश के “तथाकथित” नेता पर नजर रख रही थी। तुर्की प्रसारक टीआरटी तुर्क पर एक लाइव साक्षात्कार में एर्दोगन ने कहा कि इसका कोड नाम – अबू हुसैन अल-कुरैशी था।तुर्किए के मीडिया के अनुसार, यह मुठभेड़ सीरिया के जानदारिस इलाके में हुई। यह इलाका तुर्किए (ISIS) आ के प्रभाव वाला माना जाता है और तुर्किए समर्थित विद्रोही संगठन इस इलाके में मजबूत हैं। बीती छह फरवरी को आए भूकंप में यह इलाका भी प्रभावित हुआ था। खबर के अनुसार, तुर्किए के सुरक्षा बलों और विरोधी सीरियन नेशनल आर्मी के बीच शनिवार की रात मुठभेड़ शुरू हुई थी, जो कुछ घंटे चली। मुठभेड़ के बाद इस पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है।

राष्ट्रपति ने किया ऐलान

एर्दोगन ने कहा, “यह पहली बार है जब मैं यहां (टीवी पर) यह कह रहा हूं। इस व्यक्ति को कल एमआईटी द्वारा चलाए गए एक ऑपरेशन में मार दिया गया था।” उन्होंने आगे कहा कि तुर्की बिना किसी भेदभाव के आतंकवादी संगठनों के खिलाफ अपना संघर्ष जारी रखेगा। गौरतलब है कि अनादोलु एजेंसी के अनुसार, 2013 में तुर्की ऐसा पहला देश था जिसने दाएश/ISIS को आतंकवादी संगठन घोषित किया था।

इस्लामोफोबिया और भेदभाव पश्चिम में “कैंसर की तरह” फैल रहा है”

तुर्की में कई बार आतंकवादी संगठन (ISIS) आ ने हमले किए। इनमें कम से कम 10 आत्मघाती बम विस्फोट, सात बम हमले और चार सशस्त्र हमलों में 300 से अधिक लोग मारे गए और सैकड़ों अन्य घायल हुए हैं। लिहाजा तुर्की ने भविष्य में होने वाले हमलों को रोकने के लिए देश और विदेश में आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया। एक साक्षात्कार में, तुर्की के राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि नस्लवाद, इस्लामोफोबिया और भेदभाव पश्चिम में “कैंसर की तरह” फैल रहा है।” उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिमी देश अभी तक इस खतरे का सामना करने के प्रयास करते नहीं दिख रहे हैं।”

यह भी पढ़ें: नई जंग! तालिबान और ISIS में युद्ध का खतरा बड़ा? काबुल को दहलाने वाले आतंकी को मारा

बता दें कि अल कुरैशी बीते साल नवंबर में ही इस्लामिक स्टेट का सरगना बना था। इस्लामिक स्टेट ने साल 2014 में इराक और सीरिया के कुछ हिस्सों पर अपना कब्जा कर वहां खलीफा कानून को लागू कर दिया था। आईएस के सरगना अबु बकर अल बगदादी ने खुद को खलीफा घोषित कर दिया था। हालांकि अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के साथ लड़ाई में आईएस का अधिकार क्षेत्र सिमटता गया। हालांकि अभी भी हजारों आतंकी सीरिया और इराक के विभिन्न इलाकों में छिपे हुए हैं।

आईएन ब्यूरो

Recent Posts

खून से सना है चंद किमी लंबे गाजा पट्टी का इतिहास, जानिए 41 किमी लंबे ‘खूनी’ पथ का अतीत!

ऑटोमन साम्राज्य से लेकर इजरायल तक खून से सना है सिर्फ 41 किमी लंबे गजा…

1 year ago

Israel हमास की लड़ाई से Apple और Google जैसी कंपनियों की अटकी सांसे! भारत शिफ्ट हो सकती हैं ये कंपरनियां।

मौजूदा दौर में Israelको टेक्नोलॉजी का गढ़ माना जाता है, इस देश में 500 से…

1 year ago

हमास को कहाँ से मिले Israel किलर हथियार? हुआ खुलासा! जंग तेज

हमास और इजरायल के बीच जारी युद्ध और तेज हो गया है और इजरायली सेना…

1 year ago

Israel-हमास युद्ध में साथ आए दो दुश्‍मन, सऊदी प्रिंस ने ईरानी राष्‍ट्रपति से 45 मिनट तक की फोन पर बात

इजरायल (Israel) और फिलिस्‍तीन के आतंकी संगठन हमास, भू-राजनीति को बदलने वाला घटनाक्रम साबित हो…

1 year ago

इजरायल में भारत की इन 10 कंपनियों का बड़ा कारोबार, हमास के साथ युद्ध से व्यापार पर बुरा असर

Israel और हमास के बीच चल रही लड़ाई के कारण हिन्दुस्तान की कई कंपनियों का…

1 year ago