अंतर्राष्ट्रीय

यूक्रेन ने कर दी China की बोलती बंद! अपने भूभाग गंवा कर रूस के साथ कोई भी शांति प्रस्ताव स्वीकार नहीं करेगा कीव

बीते एक वर्ष से रूस यूक्रेन (Ukraine) युद्ध जारी ही। इसमें बीच में चीन ने एक हीरो की तरह एंट्री ली और दोनों की बीच शांति क़ायम करने के लिए कोशिशें करने लगा। लेकिन यूक्रेन ने चीन को दो टुक जवाब दे दिया है। यूक्रेन ने चीन को कहा कि अपने भूभाग गवांकर कीव रूस के साथ किसी भी शांति प्रस्ताव या संघर्ष विराम का समझौता स्वीकार नहीं करेगा। यूक्रेन (Ukraine) के इस कड़े जवाब से चीन की बोलती बंद हो गई है। यूक्रेन के विदेश मंत्री ने चीन के दूत से कहा कि कीव किसी भी ऐसे शांति प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करेगा जिसमें रूस के लिए कीव के अपने क्षेत्र का नुकसान शामिल हो या जो संघर्ष को स्थिर कर दे।

यूक्रेनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन (Ukraine) के विदेश मंत्री ने एक शीर्ष चीनी दूत से कहा कि कीव रूस के साथ युद्ध को समाप्त करने के किसी भी प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करेगा, जिसमें यूक्रेन को अपने क्षेत्र खोना पड़े या संघर्ष को रोकना शामिल हो। विदेश मंत्री द्वमित्रो कुलेबा ने चीन के ली हुई के साथ कीव में एक बैठक के दौरान यह टिप्पणी की, जो यूरेशियन मामलों के लिए चीन के विशेष प्रतिनिधि और रूस के पूर्व राजदूत हैं। यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा, कुलेबा ने ली के साथ “रूसी आक्रामकता को रोकने के तरीकों” पर चर्चा की। अपनी बैठक में, कुलेबा ने “इस बात पर जोर दिया कि यूक्रेन ऐसे किसी भी प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करता है, जिसमें उसके क्षेत्रों का नुकसान या संघर्ष की ठंड शामिल हो”।

Ukraine नहीं करेगा समझौता

यूक्रेन (Ukraine) के विदेश मंत्री ने चीन को साफ कहा कि यूक्रेन अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से कोई भी समझौता नहीं करेगा। यदि इसका सम्मान होता है तब ही यूक्रेन में उचित शांति बहाली हो पाना संभव है।  ली मंगलवार और बुधवार को कीव में थे और संघर्ष को हल करने के लिए बीजिंग के नेतृत्व वाली वार्ता को बढ़ावा देने की मांग कर रहे थे। बता दें कि फरवरी 2022 में मास्को के आक्रमण के बाद से ली यूक्रेन का दौरा करने वाले सर्वोच्च रैंकिंग वाले चीनी राजनयिक हैं और यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमिर ज़ेलेंस्की द्वारा चीनी नेता शी जिनपिंग के साथ टेलीफोन पर बात करने के तीन सप्ताह बाद कीव में उनका आगमन हुआ है। कीव के स्वतंत्र मीडिया संगठन के अनुसार ज़ेलेंस्की ने उसी दिन चीन में एक नया यूक्रेनी राजदूत भी नियुक्त किया। कीव में अधिकारियों ने चीनी यात्रा से पहले चेतावनी दी थी कि यूक्रेन को “मध्यस्थता के लिए मध्यस्थ” की आवश्यकता नहीं है।

यह भी पढ़ें: PAK में मचे बवाल से टेंशन में आया China, सऊदी अरब ने भेजा दूत क्या हो पाएगा समझौता

कीव ने साफ कर दिया है कि यूक्रेन की कीमत पर समझौते के साथ युद्ध को समाप्त करने से काम नहीं चलेगा। वहीं बीजिंग ने कहा कि यात्रा का उद्देश्य “यूक्रेनी संकट के राजनीतिक समाधान पर सभी दलों के साथ संवाद” करना था। चीनी सरकार के अनुसार, ली के अब मॉस्को जाने की उम्मीद है, और पोलैंड, जर्मनी और फ्रांस भी संघर्ष के संभावित राजनीतिक समाधान पर चर्चा करेंगे। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने मार्च 2023 में मास्को का दौरा किया था और पुतिन से मुलाकात के बाद रूस-यूक्रेन युद्ध में चीन को एक तटस्थ मध्यस्थ के रूप में स्थापित करने का लक्ष्य रखा था। मगर चीन की अपने पड़ोसी पर क्रेमलिन के हमले और अब 15 महीने के लंबे युद्ध की निंदा नहीं करने को लेकर आलोचना की गई है।

आईएन ब्यूरो

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