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चीन-क्यूबा दोस्ती से अमेरिका को ख़तरा,अमेरिकी ख़ुफ़िया विभाग चौकन्ना

पिछले सितंबर में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के मौके पर क्यूबा के विदेश मंत्री ब्रूनो रोड्रिग्ज पर्रिला अपने चीनी समकक्ष वांग यी के साथ (फ़ाइल फ़ोटो: सौजन्य: विदेश मंत्रालय, चीन)

ख़ुफ़िया जानकारी से अवगत दो सूत्रों ने सीएनएन को बताया कि क्यूबा चीन को द्वीप पर एक निगरानी सुविधा बनाने की अनुमति देने पर सहमत हो गया है, जो चीनियों को दक्षिणपूर्वी अमेरिका में इलेक्ट्रॉनिक संचार पर नज़र रखने की अनुमति दे सकता है।

सीएनएन ने बताया कि अमेरिका को पिछले कई हफ़्तों में इस योजना के बारे में पता चला, पहले सूत्र ने कहा, और यह स्पष्ट नहीं है कि चीन ने पहले ही निगरानी सुविधा का निर्माण शुरू कर दिया है या नहीं। ख़ुफ़िया जानकारी से अवगत दूसरे सूत्र का कहना है कि इससे पता चलता है कि सैद्धांतिक रूप से एक सौदा हो गया है, लेकिन सुविधा किस तरह दी जाए,इस पर अभी कोई जुंबिश नहीं दिखायी देती है।

लेकिन क्यूबा के उप विदेश मंत्री कार्लोस फर्नांडीज डी कोसियो ने इन खबरों का खंडन किया है।

ऐसा पहली बार नहीं होगा, जब चीन ने उस अमेरिकी इलेक्ट्रॉनिक संचार की जासूसी करने का प्रयास किया है, जिसे सिग्नल इंटेलिजेंस के रूप में जाना जाता है। सीएनएन ने सूत्रों का हवाला देते हुए बताया है कि एक संदिग्ध चीनी जासूसी गुब्बारा जो फ़रवरी में अमेरिका से गुज़रा था, वह सिग्नल की ख़ुफ़िया जानकारी इकट्ठा करने में सक्षम था और माना जाता है कि वह लगभग उसी समय में बीजिंग वापस भेज दिया गया था।

उस मामले में गुब्बारे को मारने से पहले अमेरिका ने संवेदनशील साइटों की सुरक्षा और ख़ुफ़िया संकेतों को सेंसर करने के लिए कदम उठाये थे। लेकिन, यह स्पष्ट नहीं है कि क्यूबा में चीनी जासूसी सुविधा के निर्माण को रोकने के लिए अमेरिका क्या कर सकता है।

लेकिन, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने यह कहते हुए इस रिपोर्ट का खंडन किया है कि “यह रिपोर्ट सटीक नहीं है।”

किर्बी ने कहा,“क्यूबा के साथ चीन के संबंधों के बारे में हमारी वास्तविक चिंतायें हैं, और हम प्रशासन के पहले दिन से ही हमारे गोलार्ध और दुनिया भर में चीन की गतिविधियों के बारे में चिंतित हैं। हम इसकी बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और इसका मुक़ाबला करने के लिए क़दम उठाये जा रहे हैं। हमें विश्वास है कि हम आंतरिक और इस क्षेत्र में अपनी सभी सुरक्षा प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में सक्षम हैं।”

CNN ने बताया कि किर्बी ने शुरुआत में गुरुवार सुबह वॉल स्ट्रीट जर्नल को बताया कि वह “इस विशिष्ट रिपोर्ट के बारे में तो बात नहीं कर सकते,” लेकिन यह कि अमेरिकी अधिकारियों को “अच्छी तरह से पता है- और कई बार पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के बुनियादी ढांचे में निवेश करने के प्रयासों के बारे में बात की है। दुनिया भर में इसका सैन्य उद्देश्य हो सकता है, जिसमें यह गोलार्ध में भी शामिल है।

गुरुवार को हवाना में एक संवाददाता सम्मेलन में क्यूबा के उप विदेशमंत्री कार्लोस फर्नांडीज डी कोसियो ने उन्हें “पूरी तरह से असत्य” और “निंदात्मक” कहा।

उन्होंने कहा, “इस तरह की बदनामी अमेरिकी अधिकारियों द्वारा बार-बार गढ़ी जाती है।” उन्होंने आरोप लगाया कि कथित जासूसी आधार का इस्तेमाल क्यूबा पर अमेरिकी प्रतिबंधों को वैध बनाने के लिए किया जा रहा था।

डी कोसियो ने कहा, “आर्थिक नाकेबंदी, अस्थिरता और क्यूबा के ख़िलाफ़ आक्रामकता और संयुक्त राज्य अमेरिका और दुनिया भर में जनता की राय को धोखा देने के अभूतपूर्व सुदृढीकरण को सही ठहराने के दुर्भावनापूर्ण इरादे से इस तरह की चीज़ों को बढ़ावा दिया जाता है।”

सीनेट इंटेलिजेंस कमेटी के अध्यक्ष मार्क वार्नर, एक डेमोक्रेट, और वाइस चेयरमैन मार्को रुबियो, एक रिपब्लिकन, ने रिपोर्ट के बारे में चिंता व्यक्त करते हुए एक बयान जारी किया है।

सीएनएन ने सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि खुफिया जानकारी से अवगत पहले स्रोत ने कहा कि क्यूबा पर छिपकर बातें सुनने का आधार चिंता का विषय होगा, लेकिन चीन ने पहले ही अमेरिका के अंदर गुप्त पुलिस स्टेशनों की स्थापना कर ली है, जिन पर बाइडेन प्रशासन ने नकेल कसना शुरू कर दिया है।

अमेरिका टोही विमानों का उपयोग करके चीन के पास जासूसी मिशन भी आयोजित करता है, जो नियमित रूप से इलेक्ट्रॉनिक ईव्सड्रॉपिंग में संलग्न होते हैं। सीएनएन ने बताया कि उन अमेरिकी विमानों में से एक को हाल ही में एक चीनी लड़ाकू जेट द्वारा इंटरसेप्ट किया गया था, जिसे अमेरिका ने एक ख़तरनाक और अव्यवसायिक युद्धाभ्यास के रूप में वर्णित किया।

लेकिन, क्यूबा में संभावित चीनी चौकी के बारे में रहस्योद्घाटन तब हुआ, जब दक्षिण चीन सागर में अमेरिकी संपत्ति के ख़िलाफ़ चीनी विमानों और जहाजों द्वारा जासूसी गुब्बारे की घटना और कई आक्रामक युद्धाभ्यासों के बाद अमेरिका-चीन संबंध एक निचले बिंदु पर पहुंच गये।

अमेरिका संबंधों को सुधारने की कोशिश कर रहा है और चीनी अधिकारियों के साथ बातचीत के लिए पिछले महीने सीआईए के निदेशक बिल बर्न्स को बीजिंग भेज दिया। विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के भी आने वाले हफ़्तों में चीन का दौरा करने की उम्मीद है।

लेकिन, पिछले हफ़्ते चीन के रक्षा प्रमुख ने अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन के एक बैठक के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया था और अमेरिका को चीनी जल और हवाई क्षेत्र के पास संचालन बंद करने की चेतावनी दी थी।

चीनी रक्षामंत्री ली शांगफ़ू ने पिछले हफ़्ते सिंगापुर में चीनी और अमेरिकी विमानों और जहाज़ों के बीच हालिया क़रीबी कॉल का जिक्र करते हुए कहा, “ऐसा होने से रोकने का सबसे अच्छा तरीक़ा यह है कि सैन्य जहाज़ और विमान हमारे जल और हवाई क्षेत्र के क़रीब न आयें। अपने स्वयं के क्षेत्रीय जल और हवाई क्षेत्र तक सीमित र रखें, फिर कोई समस्या नहीं होगी।”

बाइडेन प्रशासन ने क्यूबा के साथ संबंधों को सुधारने के लिए बहुत कम प्रयास किए हैं और प्रवासन जैसे मामलों पर केवल सीमित द्विपक्षीय बातचीत को फिर से शुरू किया है। ओबामा प्रशासन के तहत मेल-मिलाप के प्रयासों के बाद तथाकथित “हवाना सिंड्रोम” बीमारी के कारण संबंधों में गिरावट आयी थी, उस प्रशासन के अंतिम दिनों के दौरान  क्यूबा को आतंकवाद का एक राज्य प्रायोजक के रूप में फिर से सूचीबद्ध करने के लिए क्यूबा की राजधानी में तैनात अमेरिकी राजनयिकों और ट्रम्प प्रशासन के फैसले को प्रभावित किया था।