पाकिस्तान में इमरान खान सरकार की इन दिनों नींद उड़ी हुई है। देश में इस वक्त मुस्लिम कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक (TLP) और पाकिस्तान आर्मी के बीच संघर्स के हालात पैदा हो गए हैं। पाकिस्तान के कई शहरों में टीएलपी के हिंसक प्रदर्शनों से हालात बेहद खराब हो गए हैं। बीते दिनों टीएलपी द्वारा की गई फायरिंग में कम से कम 4 पुलिसकर्मियों की मौत हुई थी और 250 अन्य लोग घायल हुए थे। इस बीच अब पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशिद अहमद ने कहा है कि अगर समूह ऐसा करने में विफल रहा तो चीजें उनके हाथ से निकल जाएंगी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि चरमपंथी TLP संगठन को इस्लामाबाद में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
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पाक गृह मंत्री ने प्रदर्शनकारियों से वापस लौटने का आग्रह किया है, अन्यथा राज्य के पास अपना अधिकार स्थापित करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा होगा। उन्होंने कहा कि, सरकार हिंसा नहीं चाहती है, लेकिन प्रधानमंत्री इमरान खान देश को बंधक भी नहीं बनने देंगे। टीएलपी के प्रदर्शनकारियों से उन्होंने कहा कि, आपका नुकसान हमारा नुकसान है।
गृह मंत्री ने कहा है कि, हाल के दिनों में TLP के प्रमुख साद हुसैन रिजवी सहित टीएलपी नेतृत्व से कई बार बात हुई और शुक्रवार और शनिवार को फिर से उनसे बात करेंगे। अहमद ने कहा कि टीएलपी ने सड़कों को खोलने को लेकर प्रतिबद्धता जताई है और समूह को अपना वादा पूरा करना चाहिए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, अन्यथा, मामला मेरे हाथ से निकल जाएगा।
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पाकिस्तान गृह मंत्री द्वारा दिए जा रहे चेतावनी से TLP खो कोई असर नहीं पड़ रहा है क्योंकि, उसने इस्लामाबाद की ओर बढ़ना फिर से शुरू कर दिया है। हजारों की तादाद में ये कट्टरपंथी इस्लामाबाद पर कब्जे के लिए बढ़ रहे हैं। इनमें से कई के पास घातक हथियार भी हैं। अब इन्हें रोकने के लिए पाकिस्तानी सेना से जुड़े रेंजर्स को तैनात किया गया है।