आज पहले एकजुटता के एक विशाल प्रदर्शन में भारतीय सैन फ़्रांसिस्को में उस भारतीय वाणिज्य दूतावास के बाहर एकत्र हुए, जिस पर हाल ही में खालिस्तानी ग़ुंडों ने हमला किया था।
कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे खालिस्तानी चरमपंथियों के साथ इंडो-अमेरिकियों का भी आमना-सामना हुआ।
इस हफ़्ते की शुरुआत में भारतीय अधिकारियों द्वारा वाणिज्य दूतावास की इमारत से खालिस्तानी झंडे हटाने के बाद खालिस्तानी बदमाशों ने भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला किया था।
बाद में, दिल्ली में अमेरिकी प्रभारी डी ‘एफ़ेयरिज़ के साथ एक बैठक में भारत ने भारत के महावाणिज्य दूतावास में संपत्ति की तोड़फोड़ को लेकर अपना कड़ा विरोध व्यक्त किया।
अमेरिकी सरकार को राजनयिक प्रतिनिधित्व की रक्षा और उन्हें सुरक्षित करने के अपने मूल दायित्व की याद दिलायी गयी। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए उचित उपाय करने के लिए भी कहा गया। वाशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास ने भी इसी तरह की तर्ज पर अमेरिकी विदेश विभाग को अपनी चिंताओं से अवगत कराया।
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