अंतर्राष्ट्रीय

Xi Jinping छिपा रहे चीन की हकीकत, WHO ने कहा- साझा करो Covid-19 की सटीक जानकारी

Corona Cases in China: चीन में इस वक्त कोरोना तेजी से अपना संक्रमण फैला रहा है। शी जिनपिंग सरकार की सारी नीतियां कोरोना के आगे फेल हो गई। इतनी सख्त पाबंदियों का मतलब ही क्या हुआ जब कोरोना (Corona Cases in China) के संक्रणम को रोका ही नहीं जा सका। इस वक्त चीन (Covid-19 in China) में हाल ये है कि, अस्पतालों में जगह नहीं है। जमीन पर लेटा कर लोगों का इलाज किया जा रहा है। लोग बिना इलाज के ही दम तोड़ दे रहे हैं। श्मशान घाट पर लाशों की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई हैं। लोग घटों इंतजार कर रहे हैं। हाल यह है कि, गली, चौराहे या जहां भी जगह मिल रही है वहीं लोग अंतिम संस्कार कर दे रहे हैं। एक दिन में चीन में कोरोना (Corona Cases in China) के 1 करोड़ से भी ज्यादा मामले आ रहे हैं। ऐसे में शी जिनपिंग सरकार ने कोरोना के आंकड़ों को जारी करने पर ही रोक लगा दी। इसी को लेकर WHO ने चीन से कहा है कि, वह कोविड-19 (Corona Cases in China) की मौजूदा लहर के बारे में निरंतर जानकारी साझा करता रहे।

आंकड़ों को शेयर नहीं कर रही शी जिनपिंग सरकार
कई रिपोर्टों की माने तो चीन की लगभग 64 फीसदी आबादी कोरोना संक्रमित हो चुकी है। अभी ये और तेजी से फैलने वाला है। सबकुछ पहले जैसे होने में कम से कम तीन महीने लग जाएंगे। इस बीच शी जिनपिंग पूरी दुनिया में कोरोना को फैलाने के लिए इसके नियमों में छूट दे दी, बॉर्डर खोल दिये। यात्राओं पर से पाबंदियां हटा दी। साथ ही आंकड़ों को शेयर करने से मना कर दिया। चीन की सरकार वहां क्या हो रहा है इस बारे में कुछ नहीं बता रही। दिसंबर की शुरुआत में चीन सरकार ने संक्रमण से लगभग 60,000 लोगों की मौत की घोषणा की थी। दिसंबर में अस्पतालों में संक्रमण के बेतहाशा मामले बढ़ने के बावजूद सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा पाबंदियों को अचानक हटाए जाने के बाद शनिवार को की गई घोषणा पहली आधिकारिक मृतक संख्या थी।

अमेरिका, दक्षिण कोरिया संग कई और देशों में चीन से आने वालों की पाबंदी
WHO के साथ ही अन्य देशों ने भी चीन से आंकड़े साझा करने की अपील की है। उधर अमेरिका, दक्षिण कोरिया और अन्य ने चीन से आने वाले लोगों पर पाबंदियां लगा दी हैं। सरकार ने कहा कि कोविड-19 के चलते 5,503 लोगों की मौत श्वसन संबंधी कारणों से हुई और आठ दिसंबर से 12 जनवरी के बीच महामारी के साथ ही कैंसर, हृदय रोग और अन्य बीमारियों से पीड़ित 54,435 लोगों की मौत हुई। अपने एक बयान में WHO ने कहा कि, चीन की इस घोषणा से ‘महामारी विज्ञान की स्थिति को बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलेगी WHO के महानिदेशक टेड्रोस अधनोम घेब्रेयेसस ने चीनी स्वास्थ्य मंत्री मा शियाओवेई के साथ फोन पर बात की। एजेंसी ने कहा, डब्ल्यूएचओ ने अनुरोध किया कि इस प्रकार की विस्तृत जानकारी हमारे और जनता के साथ साझा की जाती रहे।

यह भी पढ़ें- चीन की 64 फीसदी आबादी कोरोना से संक्रमित, 23 जनवरी के बाद भयानक होगी स्थिति! देखें क्यों

आईएन ब्यूरो

Recent Posts

खून से सना है चंद किमी लंबे गाजा पट्टी का इतिहास, जानिए 41 किमी लंबे ‘खूनी’ पथ का अतीत!

ऑटोमन साम्राज्य से लेकर इजरायल तक खून से सना है सिर्फ 41 किमी लंबे गजा…

7 months ago

Israel हमास की लड़ाई से Apple और Google जैसी कंपनियों की अटकी सांसे! भारत शिफ्ट हो सकती हैं ये कंपरनियां।

मौजूदा दौर में Israelको टेक्नोलॉजी का गढ़ माना जाता है, इस देश में 500 से…

7 months ago

हमास को कहाँ से मिले Israel किलर हथियार? हुआ खुलासा! जंग तेज

हमास और इजरायल के बीच जारी युद्ध और तेज हो गया है और इजरायली सेना…

7 months ago

Israel-हमास युद्ध में साथ आए दो दुश्‍मन, सऊदी प्रिंस ने ईरानी राष्‍ट्रपति से 45 मिनट तक की फोन पर बात

इजरायल (Israel) और फिलिस्‍तीन के आतंकी संगठन हमास, भू-राजनीति को बदलने वाला घटनाक्रम साबित हो…

7 months ago

इजरायल में भारत की इन 10 कंपनियों का बड़ा कारोबार, हमास के साथ युद्ध से व्यापार पर बुरा असर

Israel और हमास के बीच चल रही लड़ाई के कारण हिन्दुस्तान की कई कंपनियों का…

7 months ago