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Quetta Blast: अय्यूब स्टेडियम में नवाज शरीफ के धमाके से हिल गईं इमरान और बाजवा की चूलें!

Quetta Blast: अय्यूब स्टेडियम में नवाज शरीफ के धमाके से हिल गईं इमरान और बाजवा की चूलें!

बलूचिस्तान की राजधानी क्वैटा में आज दो बड़े धमाके हुए हैं। एक धमाका हजारगंज इलाके में हुआ है और दूसरा अय्यूब स्टेडियम में। दोनों ही धमाके पाकिस्तान की इमरान सरकार और पाकिस्तानी फौज को धहलाने के इरादे से किए गए। दोनों ही धमके करने वालों के मंसूबे कामयाब रहे हैं। अय्यूब स्टेडियम के धमाके ने इमरान और बाजवा की चूलें हिला दीं हैं। हजारगंज धमाके में बलूच टाईगर्स के लड़ाकों पर शक है।  वहीं अय्यूब स्टेडियम का धमाका डंके की चोट पर, सरे आम किया गया है। यह बात अलग है कि पाकिस्तान की इमरान सरकार और आईएसआई इनदोनों धमाकों के पीछे भारत का हाथ बताएंगे।

<img class="wp-image-15859 size-full" src="https://hindi.indianarrative.com/wp-content/uploads/2020/10/Quetta-Blast.jpg" alt="Quetta Blast, Balochistan, Pakistan" width="1280" height="850" /> Quetta Blast: क्वैटा के अय्यूब स्टेडियम में एक ओर पीडीएम की रैली चल रही थी और उधर हजारगंज में धमाका हुआ। तीन लोग मारे गए।

बहरहाल अय्यूब स्टेडियम का धमाका पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पीडीएम की रैली में किया है। हजारगंज के धमाके की आवाज एक इलाके में ही सुनी गई, जबकि नवाज शरीफ ने जो धमाका किया है उसकी आवाज दुनिया भर में सुनी जा रही है। नवाज शरीफ ने ऐसा धमाका किया है जिसकी धमक से न केवल इमरान खान बल्कि पाकिस्तानी आर्मी के चीफ जनरल बाजवा की नींद हराम हो गई है। इमरान खान और जनरल बाजवा को अय्यूब स्टेडियम में हुए धमाके के सपने लंबे समय तक आते रहेंगे।

<img class="wp-image-15861 size-full" src="https://hindi.indianarrative.com/wp-content/uploads/2020/10/PDM-Rally-Quetta-Quetta-Blast-Nawaz-Sharif-Imran-Khan-Gen-Bajwa-Maulana-Fazaurrehman-Mariyam-Nawaj.jpg" alt="PDM Rally Quetta, Quetta Blast, Pakistan, Nawaz Sharif, Imran Khan, Gen Bajwa" width="1280" height="850" /> PDM Rally Quetta, Quetta Blast: कराची से भी बड़ी रैली क्वैटा में

क्वैटा के अय्यूब स्टेडियम में पीडीएम की ग्रांड गाला रैली में नवाज शरीफ ने लंदन से वर्चुअली धमका किया है। नवाज शरीफ ने इस रैली में कारगिल जंग के बारे में ऐसा खुलासा किया है जिससे पाकिस्तान में बवाल मच गया है। नवाज शरीफ ने कहा कि कारगिल जंग के दौरान पाकिस्तानी फौजियों के पास न राशन था और न हथियार, इसके बावजूद जनरलों ने पाकिस्तानी फौज को कारगिल की जंग में झौंक दिया। उनका इशारा परवेज मुशर्रफ की ओर था। नवाज शरीफ ने कहा, कारगिल की जंग से पाकिस्तान को फौजियों की लाशें और दुनिया में बदनामी के सिवाए कुछ भी हासिल नहीं हुआ। कारगिल जंग के बाद पाकिस्तान आंख उठाकर और सिर ऊंचाकर बात करने के काबिल नहीं बचा।

क्वैटा की रैली में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पाकिस्तानी आर्मी के मौजूदा चीफ प्रमुख जनरल बाजवा पर भी निशाना साधा। शरीफ ने बाजवा पर जनादेश चोरी का आरोप लगाया। नवाज शरीफ ने कहा कि आवाम के मैंडेट के खिलाफ जाकर आर्मी चीफ ने इमरान खान को प्रधानमंत्री बनाया है। इसका उन्हें लोगों को जवाब देना होगा। यहां एक खास बात यह भी है कि जनरल मुशर्रफ और जनरल बाजवा को आर्मी चीफ नवाज शरीफ ने ही नियुक्त किया था। दोनों ने नवाज शरीफ को धोखा दिया।

<img class="wp-image-15863 size-full" src="https://hindi.indianarrative.com/wp-content/uploads/2020/10/PDM-Rally-Quetta.jpg" alt="PDM Rally Quetta" width="1280" height="850" /> PDM Rally Quetta, Balochistan Pakistan

शरीफ ने कहा कि तबाही और बरबादी के इल्जाम के छींटे पाकिस्तानी फौज के जवानों और अफसरों की वर्दी पर न पड़ें, इसलिए वह इसके लिए सभी जिम्मेदार किरदारों का नाम लेंगे। उन्होंने कहा कि आज तमाम सवालों के जवाब फौज को नहीं जनरल कमर जावेद बाजवा और जनरल फैज हमीद को देने हैं। शरीफ ने कहा, 'जनरल बाजवा साहब, आपको साल 2018 के इलेक्शन में पाकिस्तान की तारीख की सबसे बड़ी धांधली और आवाम के मैंडेट की चोरी का हिसाब देना है। आपको अरकान-ए-पार्लियामेंट (प्रधानमंत्री) की हॉर्सट्रेडिंग का हिसाब देना है।'

पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके नवाज शरीफ ने कहा, 'बाजवा साहब, आपको आईन (संविधान) और कानून की धज्जियां बिखेरते हुए इमरान नियाजी (इमरान खान) को आवामी मैंडेट के खिलाफ वजीरे-आजम (प्रधानमंत्री) बनाने का हिसाब देना है। आपको इस हुकूमत की तमाम नाकामियों का हिसाब देना है। आपको इस कौम को महंगाई, गुरबत और फाकाकशी की तरफ धकेलने का भी हिसाब देना है।'

पाकिस्ता में इमरान खान की सरकार के खिलाफ विपक्ष के 11 दल लामबंद हैं। उन्होंने बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में तीसरा सरकार विरोध जलसा आयोजित किया था। इस जलसे में विपक्षी दल के बड़े-बड़े नेताओं ने हिस्सा लिया। इस जलसे में कराची से भी ज्यादा भीड़ शामिल हुई। पीडीएम के कराची जलसे को अभूतपूर्व बताया गया था। क्वैटा का जलसा उससे भी बड़ा था।.