मोदी सरकार दिवाली पर केंद्रीय कर्मचारियों के लिए तोहफा लेकर आने वाली हैं। त्योहारी सीजन से पहले मोदी सरकार उनके महंगाई भत्ते और महंगाई राहत में बढ़ोतरी कर सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए डीए दरों में 3 प्रतिशत की और वृद्धि कर सकती है। जल्द ही इसको लेकर घोषणा की जा सकती है। आपको बता दें कि सरकार ने डीए को 17 प्रतिशत से बढ़ाकर 28 प्रतिशत कर दिया था। इसे जुलाई 2021 से लागू किया गया।
सातवें वेतन आयोग के नियमों के मुताबिक,
केंद्र सरकार के कर्मचारियों के एचआरए में 3% की वृद्धि होगी, जब डीए मूल वेतन के 25% अंक को पार कर जाएगा।
केंद्र सरकार ने कर्मचारियों के हाउस रेंट अलाउंस को भी 24 प्रतिशत से बढ़ाकर 27 प्रतिशत कर दिया था।
अगर डीए और डीआर वास्तव में फिर से 3 प्रतिशत की वृद्धि करते हैं, तो मूल वेतन के मुकाबले कुल डीए लगभग 31 प्रतिशत होगा।
पिछले साल जनवरी में, सरकार ने महंगाई भत्ते में 4 प्रतिशत की वृद्धि की। जिसके बाद उसी साल जून में और 3 प्रतिशत की वृद्धि की गई। केंद्र सरकार के कर्मचारियों ने 2021 के जनवरी में एक और बढ़ोतरी देखी, जहां डीए एक बार फिर 4 प्रतिशत बढ़ गया। कोरोना महामारी के कारण सरकार द्वारा लगभग 18 महीनों के लिए डीए पर अस्थायी रोक लगाने के बाद सभी डीए बढ़ोतरी की घोषणा की गई है। केंद्र सरकार के अलावा, विभिन्न राज्य सरकारों ने भी अपने सरकारी कर्मचारियों के लिए अपनी डीए दरों में 11 प्रतिशत तक की वृद्धि की। इन राज्यों में उत्तर प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, झारखंड, हरियाणा, कर्नाटक, राजस्थान और हाल ही में असम शामिल हैं।
31% डीए बढ़ोतरी की गणना
अगर सरकार सच में डीए को 3 फीसदी बढ़ा देती है और मूल वेतन के 31 फीसदी तक बढ़ा देती है। कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को डीए राशि प्राप्त करने के लिए बस अपने मूल वेतन के बराबर प्रतिशत का पता लगाना होगा। अगर केंद्र सरकार के किसी कर्मचारी को 20,000 रुपये प्रति माह का मूल वेतन मिलता है, तो उसका 3 प्रतिशत लगभग 600 रुपये होगा। इसलिए कर्मचारी को 20,000 रुपये के मूल वेतन के अलावा अतिरिक्त 600 रुपये मिलेंगे। अगर हम कुल वृद्धि की गणना करें जो 31 प्रतिशत होगी, तो 20,000 रुपये का 31 प्रतिशत 6,200 रुपये होगा।