फरीदाबाद में एक और निठारी कांड सामने आया है। पुलिस ने एक ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसने पिछले तीन साल में तीन किशोरियों समेत 4 लड़कियों को मौत के घाट उतारा है। बताया जाता है कि ये सनकी आरोपी पबले लड़कियों संग छेड़छाड़ करता था, जब वो विरोध करती तो वो उन्हें जान से मार डालता था। इस आरोपी का नाम सिंहराज बताया जा रहा है। सिंहराज फरीदाबाद के सेक्टर-16 में सिटी हॉस्पिटल में चौकीदारी करता था। इसने 31 दिसंबर को भी ऐसी ही एक वारदात को अंजाम दिया था।
सिंहराज ने अपने दोस्त की बेटी को अपनी हैवानियत का शिकार बनाते हुए उसे मौत के घाट उतार दिया था। पुलिस ने सिंहराज से रिमांड के दौरान पूछताछ की तो पता चला कि वो एक सीरियल किलर है जो इससे पहले भी तीन नाबालिग लड़कियों की हत्या कर चुका है। 31 दिसंबर को आरोपी ने 22 वर्षीय लड़की को सेक्टर 17 नहर के पुल के पास ले गया और उसके साथ गलत हरकत करने की कोशिश की जिसका विरोध करने पर आरोपी ने गला दबाकर हत्या कर दी और उसके शव को नहर में ढकेल दिया। आरोपित को लगा कि युवती नहर में बह गई। लेकिन उसका शव झाड़ियों में फंसकर नहर किनारे ही रह गया था। इस वजह से युवती की बॉडी रिकवर हो सकी।
पुलिस ने बताया कि सीरियल किलर सिंहराज को अगर कोई जलील करता था तो उससे वो खुंदक रख लेता था। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि सभी हत्याओं में यह बात बिलकुल कॉमन निकलकर सामने आई है। आरोपित सिंहराज पर साल 1986 में अपने चाचा और उनके बेटे की हत्या का आरोप था। इस वारदात के लिए उसे छायंसा थाना पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था लेकिन वो साक्ष्य के अभाव में कोर्ट से छूट गया था। बाद में वह चौकीदारी का काम कर रहा था। पुलिस ने सभी मामलो के बारे में विस्तार से बताया-
पहला मामला- आरोपित सिंहराज सेक्टर-16 सिटी अस्पताल में चौकीदारी करता था। वहीं पास ही में यूपी के झांसी निवासी एक परिवार चाय की रेहड़ी लगाता था। दिसंबर 2019 में आरोपित मृतक किशोरी के भाई की चाय की रेहड़ी पर चाय पीने गया। वहां उसने चाय ली और कुछ बिस्कुटों को चुपचाप अपनी जेब में रख लिया और वहां से बिना पैसे दिए जाने लगा। इस बात को मृतका का भाई गौर कर रहा था। उसने सिंहराज को टोका और जेब में रखे बिस्कुट के पैसे देने को कहे। इसके बाद मृतक किशोरी के भाई ने उसे जलील करके अपनी दुकान से भेज दिया था।
इस बात से आरोपित उससे खुंदक रखने लगा था। आरोपित ने 16 दिसंबर को मौका पाकर 14 साल की किशोरी को बहलाकर रात के समय अस्पताल में बुलाया और छेड़छाड़ करने लगा। किशोरी ने जब विरोध किया तो उसकी हत्या कर दी। मृतक किशोरी के भाई ने बताया कि उसने अपनी बहन की गुमशुदगी थाना सेक्टर-17 में दर्ज करवाई थी। मगर उसका कोई पता नहीं लग सका था।
दूसरा मामला- 2 अगस्त 2020 के समय हर तरफ लॉकडाउन का असर था। सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता था। आरोपित ने सागर सिनेमा की तरफ से बाजार से लौट रही 12 साल की किशोरी को बहला-फुसलाकर अपने साथ अस्पताल परिसर में ले गया। जहां आरोपित ने उसके साथ जोर जबरदस्ती की। बच्ची ने जब आरोपित का विरोध किया तो उसने उसे जान से मार दिया। किशोरी के परिजन मेरठ के रहने वाले थे और जिले में मजदूरी का काम करते थे। इस मामले में किशोरी के परिजनों ने गुमशुदी की रिपोर्ट सेक्टर-17 थाने में दर्ज करवाई थी।
तीसरा मामला- बीते साल मई महीने में घर से हॉस्पिटल काम करने आई किशोरी को सीरियल किलर सिंहराज ने ही अपना शिकार बनाया था। 15 साल की किशोरी अपनी मां को घर से यह बता कर आई थी कि वो अस्पताल अपने बकाया पैसे लेने जा रही है। इसके बाद किशोरी गयाब हो गई थी। उसके परिजनों ने थाना सेक्टर-17 में इस मामले में मुकदमा भी दर्ज करवाया था। सिंहराज ने पुलिस पूछताछ में बताया कि जब किशोरी अस्पताल आई तो उसके साथ उसने छेड़छाड़ की। जिसका वो विरोध करने लगी इसी ताव में उसने उसकी हत्या कर दी।
चौथी वारदात- आरोपित ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वो युवती को पिछले करीब एक 2 साल से जानता था। 31 दिसंबर को जब युवती ओल्ड सब्जी मंडी से ऑटो में बैठकर चली तो आरोपी ने उसे 17-18 के चौक पर बुला लिया। वहां से आरोपी युवती को सेक्टर 17 पुल के पास ले गया जहां उसने उसके साथ छेड़छाड़ की कोशिश की तो युवती ने विरोध किया जिस पर उसी की चोटी व अपने मफलर से उसका गला दबाकर हत्या कर दी और उसका मोबाइल फोन अपने साथ लेकर फरार हो गया था।