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ईरान के आगे तालिबान की नहीं गली दाल! अफगानिस्तान सरकार के तौर पर मान्यता देने से फिर किया साफ इंकार

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तालिबान सरकार को मान्यता पाने के लिए तड़प रहा है। इसके लिए वो दूसरे देशों के सामने अपनी अच्छी छवि दिखाने की कोशिश भी कर रहा है, लेकिन असलियत से पूरी दुनिया वाकिफ है। तालिबान को मान्यता दिलाने के लिए चीन और पाकिस्तान अपने-अपने स्तर पर कोशिश कर रहा है। लेकिन कुछ खास सफलता मिलती नजर नहीं आ रही है। इस कड़ी में एक बार फिर ईरान ने तालिबान को मान्यता देने में अड़ंगा डाला है। ईरान ने अफगानिस्तान की तालिबान सरकार को मान्यता देने से साफ इनकार कर दिया है।

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ईरानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि अभी भी तालिबान को आधिकारिक तौर पर मान्यता देने के मूड में नहीं है। कुछ दिन पहले ही तालिबान के विदेश मंत्री के नेतृत्व में इस आतंकी समूह का एक भारी-भरकम प्रतिनिधिमंडल ईरान के दौरे पर पहुंचा था। दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने आपसी संबंधों को लेकर तेहरान में लंबी बातचीत भी की है। आपको बता दें कि अगस्त 2020 में काबुल पर तालिबान के कब्जे और अमेरिकी सेना की वापसी के बाद ये तालिबानी प्रतिनिधिमंडल का पहला ईरान दौरा था। 

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ईरानी विदेश मंत्रालय के एक बयान के अनुसार विदेश मंत्री अमीरबदुल्लाहियन ने बैठक के दौरान अफगानिस्तान में अमेरिका और उसके सहयोगियों के गलत नीतियों की आलोचना की। ईरान ने कहा कि अमेरिका को मानवीय आधार पर अफगानिस्तान पर लगाए गए अपने प्रतिबंधों को खत्म करना चाहिए। उन्हें अफगान लोगों और अर्थव्यवस्था की मदद करनी चाहिए। ईरानी विदेश मंत्री ने यह भी वादा किया कि ईरान अपने पड़ोसी को मानवीय सहायता भेजना जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के जोशीले लोगों के प्रयासों ने दिखाया कि कोई भी विदेशी शक्ति अफगानिस्तान पर कब्जा नहीं कर सकती है और उसके लोगों पर शासन नहीं कर सकती है।