इमरान खान ने कुछ समय पहले अपने एक संभोधन में इस बात का खुलासा किया था कि, कुछ विदेशी ताकतें उन्हें सत्ता से हटाना चाहती हैं। उन्होंने इसे लेकर अपने जनसभा में एक गुप्त चिट्ठी का जिक्र भी किया था। उन्होंने कहा था कि, इस चिट्ठी के माध्यम से उन्हें धमकी दी गई थी। उस दौरान उन्होंने अमेरिका का नाम लिया था लेकिन बाद में इसमें सुधार करते हुए उन्होंने कहा कि एक देश उनके खिलाफ साजिश रच रहा है। अब इमरान खान ने खुलकर कहा है कि वो अमेरिका ही है जो उन्हें धमकी दिया था। इमरान खान के इस बयान के बाद पाकिस्तान की मुश्किलें और भी बढ़ सकती है। क्योंकि, अमेरिका वैसे ही उनसे खफा चल रहा है और अब कहीं ऐसा न हो कि बाइडन ने जो कहा था कि रूस की अगर किसी ने मदद की तो वो उस देश को बर्बाद कर देंगे। उनकी ये बात कहीं सच न साबित हो जाए और इसका खामियाजा पूरे पाकिस्तान को भुगतना पड़े। इमरान खान ने अमेरिका के अधिकारी का नाम का खुलासा किया है कि किसने उन्हें धमकी दी थी।
इमरान खान ने कहा दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू ने उन्हें पाकिस्तान के राजदूत असद मजीद के माध्यम से यह धमकी भरा संदेश भेजा था। पाकिस्तान के अखबार डॉन ने इमरान खान के हवाले से कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तान के दूत के जरिए धमकी भरा संदेश भेजा था। टीवी पर प्रसारित अपनी टिप्पणियों के दौरान इमरान खान ने बताया कि अविश्वास प्रस्ताव लाने को लेकर जब राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) ने विदेशी ताकत की भूमिका की निंदा कर दी तो इस प्रस्ताव पर मतदान अप्रासंगिक हो गया था।
उन्होंने कहा कि अमेरिकी सहायक मंत्री लू ने कथित तौर पर पाकिस्तानी राजदूत मजीद के साथ बैठक में कहा था कि यदि वह पाक नेशनल असेंबली में विपक्ष के अविश्वाव प्रस्ताव में बच निकले तो उसका असर होगा। डॉन के मुताबिक इमरान ने पिछले सप्ताह राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा था कि उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) को पता चला है कि उसके बागी सांसद बीते कुछ दिनों से इस्लामाबाद स्थित अमेरिकी दूतावास लगातार आते-जाते रहे थे। जो लोग हमें छोड़ चुके थे, उनका दूतावास जाने का क्या मकसद था।