पाकिस्तान का नाम जब भी लिया जाएगा आतंकवाद का भी नाम साथ में लिया जाएगा। आतंकवाद और पाकिस्तान दोनों कभी अलग-अलग नहीं हो सकते हैं। पाकिस्तान का ये आतंक भारत के खिलाफ है। भारत में कैसे अशांति पैदा किया जाए पाकिस्तान रात-दिन इसपर जोर लगाता है। जम्मी-कश्मीर में एक समय में जो स्थिति रही उसमें सिर्फ पाकिस्तान का ही हाथ रहा। पाकिस्तान के चलते ही कई मासूमों की जान चली गई, कईयों के घर बरबाद हो गए। एक समय ऐसा था जब आतंकी किसी भी वक्त जवानों पर हमला कर देते। लेकिन, अब ऐसा नहीं है। केंद्र सरकार की मोदी सरकार ने सेनाओं को खुली छुट दे रखी है कि, पूरी घाटी से आतंकियों का सफाया हो। अब भारत मां के सपूतों ने जो कारनामा किया है उसकी दहशत पूरे पाकिस्तान आर्मी में जरूर होगी।
दरअसल, इन दिनों इंडियन आर्मी लगातार पाकिस्तान से आतंकवादियों का सफाया कर रही है। सर्च ऑपरेशन के दौरान खोज-खोज कर इन्हें जहन्नुम पहुंचा रही है। ऐसे में पाकिस्तान बौखलाया हुआ है कि वो कैसे हमला करे। इस वक्त जम्मू-कश्मीर के अवंतीपोरा का में पुलिस और सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस और सुरक्षाबलों ने 2 आतंकियों को मार गिराया और 24 घंटों में 4 दहशतगर्दों का सफाया किया है।
इस बात की जानकारी जम्मू और कश्मीर पुलिस ने मंगलवार को दी है। सोमवार शाम राजपुरा इलाके में दहशतगर्दों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई थी। खास बात है कि सोमवार को ही पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया था। इनके पास दो AK-47 समेत आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई है। मारे गए आतंकियों की पहचान त्राल के शाहिद राथेर और शोपियां के उमर यूसुफ के तौर पर हुई है। कश्मीर IGP विजय कुमार ने बताया कि आतंकी गतिविधियों के अलावा शादिह अरिपाल की महिला शकीला और लुरगाम त्राल के सरकारी कर्मचारी जावेद अहमद की हत्या में भी शामिल था।
वहीं, पुलवामा जिले में सुरक्षाबलों के साथ रात भर चली मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकवादी मारे गए। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी थी। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस महीने की शुरुआत में पुलिस कांस्टेबल रियाज अहमद की हत्या में शामिल एक आतंकवादी भी इस मुठभेड़ में मारा गया। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पुलवामा के गुंडीपुर में रविवार रात सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों का पता लगाने के लिए इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया था। उन्होंने कहा कि तलाशी अभियान के दौरान जब सुरक्षा बलों का दल संदिग्ध स्थान की ओर बढ़ा, तो नजीर अहमद मीर नामक व्यक्ति के घर में छिपे आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई की गई और मुठभेड़ शुरू हो गई। प्रवक्ता ने कहा कि अंधेरे के कारण किसी भी तरह की क्षति से बचने के लिए अभियान को रात के समय रोक दिया गया और तड़के फिर से शुरू किया गया। अंत में हमे सफलता मिल गई।