अफगानिस्तान में तालिबान के आने के बाद से हमले बढ़ गए हैं। पिछले काफी समय से लगातार मस्जिदों में हमले हो रहे थे लेकिन, अब गुरुद्वारों पर भी हमले तेज हो गए हैं। ताजा मामला काबुल का है जहां पर स्थित सिखों के गुरुद्वारा कर्ते परवान भीषण आतंकी हमला हुआ है। ये हमला कल हुआ है और इसकी जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट आईएसकेपी धड़े ने ली है और कहा है कि, पैगंबर पर नूपुर शर्मा के बयान पर बदला लिया है। इस हमले में कम से कम 2 लोग मारे घए हैं। कहा जा रहा है कि, इसमें हैंड ग्रेनेड और राइफलों से लैस आतंकी गुरुद्वारे में घुस गए और एक के बाद एक 13 विस्फोट किए। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बर्बर आतंकी हमले की निंदा की है।
इसमें एक सिख सहित दो लोगों की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए। वहीं, अफगान सुरक्षाकर्मियों ने विस्फोटक लदे एक वाहन को गुरुद्वारे में प्रवेश करने से रोककर एक बड़ी घटना को टाल दिया। तालिबान द्वारा नियुक्त गृह मामलों के प्रवक्ता अब्दुल नफी ताकोर ने कहा कि अफगानिस्तान में सिख समुदाय के पूजा स्थल पर नवीनतम लक्षित हमले में, शनिवार सुबह काबुल के बाग ए बाला क्षेत्र में कार्ते परवान गुरुद्वारे पर हमला हुआ और आतंकवादियों तथा तालिबान लड़ाकों के बीच कई घंटे तक मुठभेड़ चली।
पझवोक समाचार एजेंसी ने बताया कि तालिबान सुरक्षा बलों ने तीन हमलावरों को मार गिराया। ताकोर ने पुष्टि की कि इस घटना में इस्लामिक अमीरात बलों का कम से कम एक सदस्य और एक अफगान सिख नागरिक मारा गया तथा सात अन्य घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
क्या कहा पीएम मोदी ने
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस 'बर्बर' आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए ट्वीट किया कि, काबुल में कार्ते परवान गुरुद्वारे पर कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले से स्तब्ध हूं। मैं इस बर्बर हमले की निंदा करता हूं और श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सलामती के लिए प्रार्थना करता हूं।
पीएम मोदी के अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी इस कायराना हमले की निंदा की है और एक ट्वीट में कहा कि, गुरुद्वारा कार्ते परवान पर कायरतापूर्ण हमले की कड़े शब्दों में निंदा की जानी चाहिए। हमले की खबर मिलने के बाद से हम घटनाक्रम पर करीब से नजर रखे हुए हैं। हमारी पहली और सबसे महत्वपूर्ण चिंता समुदाय के कल्याण के लिए है।