यूक्रेन और रूस के बीच चल रही जंग का असर पूरी दुनिया पर देखने को मिल रहा है। इससे पहले कोरोना माहामारी के चलते अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ा था। अभी दुनिया की अर्थव्यवस्था ट्रैक पर नहीं आई थी कि इस नए जंग ने कई संकट खड़ा कर दिया है। कच्चे तेल की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है। लगभग सभी चीजों के दामों में तेजी से वृद्धि हो रहे हैं। सोना-चांदी भी इससे अछूता नहीं हैं। सोने के दाम लगातार ऊपर भाग रहे हैं। इसमें उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक ऐसा बयान दिया है जिसके चलते आने वाले दिनों में सोना और भी ज्यादा महंगा हो सकता है।
दरअसल, अमेरिका के राष्ट्रपिक दो बाइडन ने कहा है कि, जी-7 के सदस्य देश रूस से सोने के आयात पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा करने जा रहे हैं। रूस ने जब से यूक्रेन पर हमला बोला है तब से ही अमेरिका और पश्चिमी देश रूस पर कड़े से कड़ा प्रतिबंध लगा रहे हैं। अब सोना को लेकर भी पाबंदी लगाने जा रहे हैं। ऐसे में जानकारों का मानना है कि, अमेरिका के इस कदम को उठाते ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना के दाम में उछाल आएगा और इसका असर भारतीय बाजार में भी देखने को मिलेगा।
बता दें कि, ऊर्जा के बाद सोना भी रूस का दूसरा बड़ा निर्यात उत्पाद रहा है। साल 2020 में रूस ने लगभग 19 अरब डॉलर मूल्य के सोने का निर्यात किया जो वैश्विक स्वर्ण निर्यात का लगभग पांच प्रतिशत था। सबसे बड़ी बात यह कि, रूसी सोने के निर्यात में से करीब 90 फीसदी हिस्सा जी-7 देशों को ही भेजा गया था। इसमें से भी 90 फीसदी रूस ने अकेले ब्रिटेन को दिया था। अमेरिका ने 2019 में रूस से 20 करोड़ डॉलर से कम और वर्ष 2020 एवं 2021 में 10 लाख डॉलर से भी कम का सोना आयात किया।
दुनिया के सात प्रमुख विकसित देशों के संगठन जी-7 की जर्मनी में म्यूनिख के पास एलमौ में शिखर बैठक हो रही है। इसी बैठक में रूस से सोने के आयात पर पाबंदी लगाने की औपचारिक घोषणा की जाएगी। अनुमान है कि मंगलवार को जी-7 देश इस बारे में अंतिम फैसला ले लेंगे। बाइडन प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है कि, ईंधन के बाद सोना रूस का दूसरा बड़ा निर्यात है।