पश्चिमी देशों के तमाम कोशिशों के बाद भी यूक्रेन पर रूस के हमला करने से नहीं रोका जा सका। अमेरिका और नाटो ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी लेकिन, उसके बाद भी वो पुतिन को रोक पाने में नाकामयाब रहे। हालांकि, रूस के उपर यूरोपीयन देशों ने कई सारे कड़े प्रतिबंध लगा दिये हैं लेकिन, यहां भी उलटा उन्हें ही झटका लगा और आलम यह है कि, इस वक्त कई पश्चिमी देशों की अर्थव्यवस्था पिछले 20सालों में सबसे निचले स्तर पर है। कई सारे पश्चिमी देशों में महंगाई अपने चरम पर है। यूक्रेन और रूस जंग के चलते तेल से लेकर कई सारी जरूरी चीजों के दामों में भारी वृद्धि हो गया है। इसके साथ ही इस जंग में यूक्रेन को अमेरिका-नाटो पूरी तरह सैन्य सहायता कर रह रहे हैं लेकिन, फिर भी रूस का ये कुछ नहीं बिगाड़ पा रहे। अब तो रूस ने ही जमकर बम बरसाना शुरू कर दिया है।
इस वक्त यूक्रेन पर रूस जमकर हमला बोल रहा है। रूसी सेना ऩे बमवर्षक विमानों से यूक्रेन के दक्षिणपूर्वी शहर 'दनिप्रो' पर क्रूज मिसाइलें दागीं। रूस का सैन्य अभियान मुख्य रूप से यूक्रेन के पूर्वी क्षेत्र दोनबास पर केंद्रित है लेकिन रूसी सेना कई अन्य यूक्रेनी क्षेत्रों पर भी बमबारी कर रही है। रूस का मकसद यूक्रेनी नेताओं का मनोबल तोड़ना है। यूक्रेनी वायुसेना ने कहा, टीयू-95एमएस बमवर्षक विमानों के जरिये दनिप्रो स्थित एक फैक्टरी पर कई क्रूज मिसाइलों से हमला किया गया। इनमें से चार मिसाइलों को यूक्रेन ने रोका लेकिन अन्य ने काफी बड़े क्षेत्र को तबाह किया। इसमें 3लोग मारे गए हैं।
वहीं, रूस युद्धग्रस्त देश यूक्रेन के सभी टकराव वाले इलाकों में अपने सैन्य अभियानों को और ज्यादा मजबूत करेगा। मॉस्को का कहना है कि रूसी सेना के रॉकेट और मिसाइलों ने यूक्रेन के कई शहरों को तबाह कर दिया है। कीव ने भी दावा किया कि रूसी सेना के मिसाइल हमलों में उसे भारी संख्या में नुकसान हुआ है। यूक्रेन के कई स्थानों पर रूस ने शनिवार को गोलाबारी की। यही नहीं, मिसाइल हमला भी किया। इन हमलों में यूक्रेन को भारी नुकसान हुआ है। रूसी रॉकेट ने खार्किव के पूर्वोत्तर में स्थित चुहुइव में रात भर हमला किया।