चीन की आर्थिक-राजनीतिक परिस्थितियों से ऊब कर तमाम इलेक्ट्रॉनिक कंपनियों ने भारत का रुख किया है। भारत सरकार ने नोएडा को इलेक्ट्रॉनिक्स हब (Noida Electronics Hub) के रूप में विकसित कर दिया है। चीन की कम्युनिस्ट सरकार इससे काफी चिंतित है। पिछले दो सालों में नोएडा इलेक्ट्रॉनिक्स हब (Noida Electronics Hub) में कई संदिग्ध चीनी पकड़े जा चुके हैं। इनमें से कुछ तो नेपाल के रास्ते भारत में घुसे थे। चीन की इस खतरनाक चाल को देखते हुए भारत और उत्तर प्रदेश सरकार ने मिलकर नोएडा इलेक्ट्रॉनिक्स हब (Noida Electronics Hub) में संदिग्ध चीनी जासूसों की निगरानी के लिए सर्विलांस बढ़ा दी है।
उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) ने नोएडा से 15 चीनी नागरिकों को हिरासत में लिया है। हाल ही में दिल्ली पुलिस ने एक गिरोह को गिरफ्तार किया था जिसके तार चीन से जुड़े थे। पुलिस ने एक ऑपरेशन में 500 करोड़ रुपये से अधिक के इंस्टेंट लोन-कम-एक्सटॉर्शन रैकेट का भंडाफोड़ कर देश के विभिन्न हिस्सों से 22 लोगों को गिरफ्तार किया। यह गिरोह चीनी नागरिकों के इशारे पर संचालित होता था और जबरन वसूली का पैसा हवाला और क्रिप्टोकरेंसी के जरिए चीन में भेजा जा रहा था। इससे पहले अवैध रूप से रह रहे कुछ चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था जो यहां पर अवैध धंधों में लिप्त पाए गए थे।
इसके अलावा पिछले वर्ष गुरुग्राम में एक चीनी नागरिक बॉर्डर पार करके यहां पर अवैध रूप से रोस्टोरेंट चला रहा था। पकड़े जाने पर पता चला कि वो खुफिया जानकारी चीन को साझा करता था। अब चीन के 15 नागरिकों का पकड़ा जाना कोई बड़ी साजिश लगती है। उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) ने जिन 15 चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया वो यहां पर वैध वीजा के बिना ही रह रहे थे।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने इन 15 चीनी नागरिकों को भारत में गैर-कानूनी तरीके से भारत में रहने के लिए हिरासत में लिया है। सभी चीनी नागरिक बिना किसी वैध वीजा के ही भारत में रह रहे थे। पुलिस के मुताबिक, यूपी पुलिस ने जून के महीने में ग्रेटर नोएडा में अवैध रूप से रह रहे एक चीनी नागरिक को पकड़ा था। जिस सिलसिले में गौतम बुद्ध नगर पुलिस आयुक्तालय ने दिल्ली से सटे जिले में रहने वाले विदेशियों के सत्यापन के लिए गहन अभियान शुरू किया था।
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इस वक्त जो 15 चीनी नागरिक हिरासत में लिए गए हैं उनकी जानकारी दिल्ली में स्थित चीनी दूतावास को कर दी गई है। नोएडा पुलिस की खुफिया ब्रांच लंबे समय से इन सभी चीनी नागरिकों पर नजर बनाए हुए थे। कार्रवाई किए जाने से पहले खुफिया विभाग ने सभी संबंधित थानों की जनाकारी दे दी थी। जिसे क्रॉस चेक करने और उसके सही पाए जाने पर चीनी नागरिकों को हिरासत में लिया गया। यूपी पुलिस का कहना है कि, खुफिया विभाग से मिली जानकारी के आधार पर जब सभी चीनी नागरिकों के कागजात की जांच की गई तो पता चला कि किसी के भी पास वैध वीजा नहीं है। सभी चीनी नागरिक वीजा अवधि के खत्म होने के बाद भी छिप कर नोएडा में रह रहे थे।