नगालैंड विधानसभा चुनाव में मतदाताओं ने इतिहास रच दिया। पहली बार राज्य में कोई महिला विधायक निर्वाचित हुई हैं। इस महिला का नाम है। हेकानी जखालु भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सहयोगी पार्टी एनडीपीपी की प्रत्याशी हैं। उन्होंने दीमापुर-तृतीय सीट से चुनाव लड़ था। नगालैंड को अलग राज्य का दर्जा मिलने के 60 साल बाद कोई महिला विधायक मिली है। हेकानी जखालु पेशे से एक वकील हैं। इसके साथ ही हेकाली नगालैंड में युवाओं को आजीविका प्रदान करने के लिए मशहूर हैं। वह महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ती हैं। उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र को एक मॉडल बनाने और अल्पसंख्यक आबादी वाले क्षेत्रों के विकास पर विशेष जोर देने का वादा किया था।
2018 में मिला नारी शक्ति पुरस्कार
हेकानी जखालू को 2018 में नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वह तोलुवी गांव में की रहने वाली हैं। उनका घर इसी इलाके में है। वह पूर्वोत्तर की महिलाओं के लिए प्रतिष्ठित पुरस्कार की अकेली प्राप्तकर्ता भी हैं। हेकानी यूथनेट नाम का एनजीओ भी चलाती हैं। वह पेशे से वकील भी हैं। उन्होंने कहा कि वह पिछले 17 सालों से अपने एनजीओ के माध्यम से स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए काम कर रही हैं। वह 1.2 लाख युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण देकर रोजगार दिलाने में सफल रही हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि जब तक आप सिस्टम में नहीं आते, आप ज्यादा कुछ नहीं कर सकते।
ये भी पढ़े: Nagaland के BJP अध्यक्ष Temzen Imna Along ने बताया Sanatan क्या होता है
नगालैंड में 4 महिलाएं लड़ीं चुनाव
कुल मिलाकर चार महिलाएं नागालैंड में 2023 के विधानसभा चुनाव लड़ी थीं। 1963 में नागालैंड के राज्य बनने के बाद से राज्य विधानसभा ने किसी भी महिला प्रतिनिधि को नहीं देखा। हेकानी नगालैंड के इतिहास में पहली महिला विधायक बनी हैं। हेकानी जाखलू के अलावा, एनडीपीपी ने पश्चिमी अंगामी से एक अन्य महिला उम्मीदवार सल्हौतुओनुओ क्रूस को मैदान में उतारा था। कांग्रेस ने टेनिंग निर्वाचन क्षेत्र से रोजी थॉमसन को खड़ा किया था, जबकि काहुली सेमा भाजपा के टिकट पर अटोइजू निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रही थीं।