विशाखापत्तनम के निवासियों और वहां आने वाले पर्यटकों को तब सुखद आश्चर्य हुआ, जब इस शहर के भीमिली समुद्र तट पर पहली बार बायोलुमिनसेंट तरंगें देखी गयीं। इस प्राकृतिक घटनाओं ने लोगों को आकर्षित किया और उन्हें मंत्रमुग्ध कर दिया।
Rare Bioluminescence phenomenon spotted at #Vizag Bheemili Coast 😍🙌 pic.twitter.com/ZQ1THAJUgv
— Vizag Weatherman (@VizagWeather247) April 8, 2023
इस प्राकृतिक घटना ने लोगों का ध्यान तब खींचा, जब आंध्र विश्वविद्यालय के एम. टेक के कुछ छात्रों ने समुद्र तट पर अपनी ड्राइव के दौरान इसे देखा और इसका वीडियो बना लिया। शहर के एक ब्लॉगर विजाग वेदरमैन ने इसे शेयर कर दिया और यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
मीडिया के साथ अपने अनुभव साझा करते हुए छात्रों ने कहा कि जब उन्होंने लहरों पर नीली रोशनी देखी, तो वे चकित रह गए। फिर तो पास जाकर उन्होंने इसे कैमरे में क़ैद कर लिया।
आंध्र विश्वविद्यालय के मरीन लिविंग रिसोर्सेज के प्रोफ़ेसर डॉ. जानकीराम के अनुसार, बायोल्यूमिनिसेंस तब होता है, जब फ़ाइटोप्लांकटन के रूप में जाने जाने वाले छोटे समुद्री जीव तरंगों के संचलन से सक्रिय हो जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप उज्ज्वल प्रकाश का उत्सर्जन होता है।
प्रोफ़ेसर ने कहा कि पानी में पोषक तत्वों के आधार पर यह घटना फिर से हो सकती है। हालांकि, इससे संपर्क करना हानिकारक नहीं है, लेकिन स्थानीय अधिकारियों ने लोगों से ऐसा करने से बचने का अनुरोध किया है।
चेन्नई के प्रसिद्ध मरीना बीच में भी बायोल्यूमिनेसेंस देखा गया है, जहां फ़ाइटोप्लांकटन के कारण लहर नीले-हरे प्रकाश के साथ चमकती है।