Russia Ukraine War: यूक्रेन को बचाने और रूस से लड़ने में पश्चिमी देशों की कमर टूटते नजर आ रही है। इधर बीच रूस के हमले से यूक्रेन को तबाह होने से पश्चिमी देश के हथियार भी नहीं बचा पा रहे हैं। रूस इस वक्त यूक्रेन में हवाई हमलों से जमकर तबाही मचा रहा है। रोज रूस के कई ड्रोन और मिसाइलें यूक्रेनी बिजली संयंत्रों, पानी से स्टेशनों को निशाना बना रहे हैं। नाटो के शिखर सम्मेलन से एक हफ्ते पहले रूस ने बैरेंट्स सागर के ऊपर अपने परमाणु बमवर्षकों के साथ जबरदस्त युद्धाभ्यास शुरू किया है। इस युद्धाभ्यास में हिस्सा लेने वाले रूसी बमवर्षक साइबेरिया में कोला प्रायद्वीप और इरकुत्स्क क्षेत्र से उत्तर की ओर उड़ान भर रहे हैं।
परमाणु हथियारों की तैनाती से टेंशन
रूस के स्ट्रैटजिक बॉम्बर्स तब उड़ान भर रहे हैं, जब चंद दिनों पहले ही राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (putin) ने बेलारूस में परमाणु हथियारों की तैनाती का ऐलान किया है। इन हथियारों को बेलारूसी राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको के अनुरोध पर तैनात किया गया है। लुकाशेंको को पुतिन का करीबी दोस्त बताया जाता है।
नाटो देश परेशान
बेलारूस में परमाणु हथियारों की तैनाती और रूसी स्ट्रैटजिक बॉम्बर्स की उड़ान को देखते हुए नाटो देशों में तनाव फैल गया है। बेलारूस का अपने पड़ोसी देश और नाटो सदस्य पोलेंड, लिथुआनिया और लाटविया के साथ तनाव है। ऐसे में परमाणु हथियारों की तैनाती से ये देश सबसे ज्यादा परेशान हैं।
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रूसी रक्षा मंत्रालय ने यह बताया
रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि लंबी दूरी तक परमाणु हमला करने में सक्षम ये विमान किसी विशेष क्षेत्र में गश्त करेंगे और विभिन्न मौसम संबंधी परिस्थितियों में उड़ान मिशन को जारी रखेंगे। रूसी नोटम चेतावनी पूरे पूर्व में उत्तरी यूराल में वोरकुटा के पास पेमबॉय परीक्षण रेंज तक फैली हुई है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को अपने बयान में यह नहीं बताया कि रणनीतिक बमवर्षकों से किन हथियारों, क्रूज मिसाइलों का परीक्षण किया जाना है। हालांकि, पश्चिमी सैन्य विशेषज्ञों ने रूस के इस अभ्यास पर चिंता जताई है।