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Pakistan का ‘कराची’ दुनिया में सबसे खराब शहरों में शुमार!

Pakistan का कराची शहर रहने लायक नहीं है।

Pakistan का कराची शहर दुनिया का सबसे दुषित और स्वास्थ्य के लिहाज से खराब शहरों की रेटिंग में नम्बर दो पर आया है। इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट(EIU) ने पाकिस्तान के कराची को दुनिया के शीर्ष पांच सबसे कम रहने योग्य शहरों की सूची में शामिल किया है। साल 2023 के ईआईयू के ग्लोबल लिवेबिलिटी डेस्क 173 शहरों का नाम शामिल है,जिनमें से कराची को 169 वां स्थान मिला है। सिर्फ लागोस, अल्जीयर्स, त्रिपोली और दमिश्क को कराची से निचला स्थान प्राप्त हुआ है।

ईआईयू के हिसाब से दुनिया के 170 शहरों में सबसे खराब स्थिति लागोस अल्जीयर्स त्रिपोली और दमिश्क का है जबकि कराची उससे एक पायदान ऊपर है।

रहने के लिए सबसे खराब शहर PAK का ‘कराची’

पाकिस्तान की स्थिति जहां आर्थिक मौर्चे पर खराब हो रही है,वहीं रिहायसी तौर पर भी पाकिस्तान के कई शहरों की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। इस बीच जो रिपोर्ट सामने आयी है,वो बेहद चौंकाने वाला है। बताया जा रहा है कि दुनिया में पाकिस्तान का कराची शहर रहने के मामले में सबसे खराब है।जबकि,पाकिस्तान में कराची शहर को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस शहर के तौर पर गिना जाता है।

सबसे कम रहने योग्य शीर्ष-5 शहर

दुनिया के 5 शहर जिसे सबसे कम रहने योग्य माना गया है उनमें 173 वां स्थान दमिश्क का है,जबकि 172 वां स्थान पर त्रिपोली है,वहीं,171वें पायदान पर अल्जीयर्स और 170 वां स्थान लागोस का है। और कराची का स्थान 169 वां है।

ईआईयू की सूची में कराची का इतिहास

ईआईयू की सूची में कराची शहर का इतिहास पिछले कई वर्षों से ठीक नहीं रहा है। 2019 में कराची 140 शहरों में 136वां स्थान पर था,जबकि 2020 में इस तरह की कोई रिपोर्ट प्रकाशित नहीं हुई थी। वहीं,2022 में कराटी को 140 शहरों में 134 वां स्थान मिला था।

क्या है इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट?

इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट इकोनॉमिस्ट ग्रुप का रिसर्च और एनालिसिस डिवीजन है। यह रिसर्च और एनालिसिस के जरिए पूर्वानुमान और सलाहकार सेवाएं प्रदान करता है और ईआईयू ने ही सबसे योग्य शहरों वाला सूचकांक जारी किया है। इसी सूचकांक में सबसे कम रहने योग्य शहरों का भी जिक्र है।

ईआईयू का सूचकांक दुनियाभर के शहरों में कोरोना महामारी के बाद सामान्य हो रहे हालातों पर केंद्रित है, जिसमें स्थिरता, स्वास्थ्य देखभाल, संस्कृति और पर्यावरण, शिक्षा और बुनियादी ढांचे सहित पांच बड़े आधार पर रहने योग्य जगह की स्थिति का मूल्यांकन किया गया।

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