North Korea का सनकी तानाशाह किम जोंग उन के एक आदेश से दुनिया सकते में है। संभावना जताई जा रही है कि उत्तर कोरिया अमेरिका के खिलाफ युद्ध का एलान कर सकता है,क्योंकि अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच होने वाले ग्रीष्मकालीन युद्धाभ्यास को किम जोंग परमाणु युद्ध का पूर्वाभ्यास मान रहा है। लिहाजा किम जोंग उन ने अपनी सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।
North Korea के शासक किम जोंग उन ने रक्षा विभाग से मिसाइलों और तोपखाने के गोले का उत्पादन बढ़ाने का आदेश दिया है। ताकि देश युद्ध के लिए तैयार रह सके। इस बात की जानकारी राज्य मीडिया केसीएनए ने सोमवार को दी।
किम ने यह आदेश तब दिया, जब उन्होंने शुक्रवार और शनिवार को सामरिक मिसाइलों, मिसाइल प्रक्षेपण प्लेटफार्मों, बख्तरबंद वाहनों और तोपखाने के गोले बनाने वाली प्रमुख युद्ध सामग्री फैक्ट्रियों का दौरा किया।
भारी मात्रा में हथियारों के उत्पादन का आदेश
किम जोंग उन (North Korea) ने अपने निरीक्षण के दौरान हथियारों के बड़े पैमाने पर उत्पादन का आदेश दिया। उनका यह निरीक्षण दक्षिण कोरिया और अमेरिका द्वारा वार्षिक सैन्य अभ्यास शुरू करने के कुछ दिन पहले किया गया है। उत्तर कोरिया इस अभ्यास को युद्ध के पूर्वाभ्यास के रूप में देखता है।
किग ने कहा कि युद्ध की तैयारियों का गुणात्मक स्तर युद्ध सामग्री उद्योग के विकास पर निर्भर करता है और हमारी सेना की युद्ध तैयारियों को तेज करने में कारखाने की बड़ी जिम्मेदारी है।
रॉकेटों का उत्पादन बढ़ाने का आदेश
किम ने बड़े-कैलिबर मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर राउंड के लिए उत्पादन लाइनों के आधुनिकीकरण में हालिया प्रगति की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि अग्रिम पंक्ति की तोपखाने इकाइयों को मजबूत करने के लिए ऐसे रॉकेटों के उत्पादन को ‘तेजी से बढ़ाने’ की ‘बहुत तत्काल आवश्यकता’ है।
वहीं उन्होंने कहा कि हमारी सेना को किसी भी समय किसी भी युद्ध से निपटने के लिए जबरदस्त सैन्य शक्ति और ठोस तैयारी सुनिश्चित करनी चाहिए, ताकि दुश्मन बल प्रयोग करने की हिम्मत न कर सके ।
अमेरिका औऱ दक्षिण कोरिया इस महीने करेंगे युद्धाभ्यास
दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी सेनाओं द्वारा इस महीने अपना उल्ची फ्रीडम गार्डियन ग्रीष्मकालीन अभ्यास आयोजित करने की उम्मीद है, जिसे उत्तर कोरिया ने परमाणु युद्ध का पूर्वाभ्यास बताया है।
यह भी पढ़ें-नाइजर के हालात देख China की अटकी सांस! जिनपिंग को सताई भविष्य की चिंता, रूस करेगा मदद?