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इस आविष्कार के मुरीद हुए लोग, बैलों का बोझ कम करने के लिए छात्रों ने किया ये बड़ा काम

शख्स न ऐसे की बैल की मदद

सोशल मीडिया पर यूं तो आये दिन हजारों तस्वीरें रोज वायरल होती हैं। इन तस्वीरों के बाद हम अपनी प्रतिक्रियाएं देते हैं। ऐसा हाल ही एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस तस्वीर को देखने के बाद आपको खुशी मिलेगी। जैसा की आप और हम सभी इस बात से वाकिफ हैं कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां की 60प्रतिशत जनता खेती पर निर्भर है। खेती के लिए लोग बैलों का इस्तेमाल करते हैं। बैल की मदद से हम खेत जोतते हैं, वहीं कई बार हम अनाजों को भी बैल की मदद से एक जगह से दूसरे जगह ले जाते हैं। अभी जो तस्वीर वायरल हो रही है उसमें देखा जा सकता है कि एक शख्स बैलगाड़ी के आगे एक पहिया लगा देता है ताकि बैलों पर इसका असर कम हो। सोशल मीडिया पर लोग इस फोटो को देखकर कमेंट कर रहे हैं।

बैलों का लोड कम करने के लिए…

यह तस्वीर साझा करते हुए IAS अधिकारी अवनीश शरण ने लिखा, बैलों का लोड कम करने के लिए बैलगाड़ी पर लगाया गया रोलिंग स्पोर्ट। उनके ट्वीट पर अब तक 14हजार से अधिक व्यूज और 1500से ज्यादा रीट्वीट्स मिल चुके हैं। साथ ही, सैकड़ों यूजर्स इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। जहां कुछ यूजर्स ने लिखा कि इंसानियत का विकास। कुछ ने लिखा- टेक्नोलॉजी के लाभ के हकदार पशु भी होते हैं। वहीं कुछ यूजर्स ने कहा कि तकनीक का सही इस्तेमाल यही है।

राजारामबापू इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के कुछ छात्रों ने उन बैलों की गर्दन के बोझ को कम करने के लिए एक कमाल की चीज बनाई है, जो बारह महीने कृषि क्षेत्र में काम करते हैं और गन्ना परिवहन करते समय भारी बोझा ढोते हैं। सोशल मीडिया पर छात्रों के इस आविष्कार की सराहना हो रही है। बता दें, इस रोलिंग सपोर्ट के जरिए बैलों के कंधो पर से गन्ने का वजन या अन्य वजन हल्का होने में मदद मिलेगी। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामपुर के आरआईटी राजारामबापू इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी  के ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग विभाग के अंतिम वर्ष में पढ़ रहे सौरभ भोसले, आकाश कदम, निखिल तिपायले, आकाश गायकवाड़ और ओंकार मिरजकर ने 'सारथी' प्रोजेक्ट के तहत गन्ना बैलगाड़ी के लिए रोलिंग सपोर्ट  बनाया है।

इस आविष्कार के लिए छात्रों ने दो बैलों के बीच एक तीसरा पहिया लगाया, जो बैलों पर भार को कम करता है और बैलगाड़ी को पूरी तरह संतुलित भी रखता है! इतना ही नहीं, यह रोलिंग सपोर्ट बैलों की ऊंचाई के हिसाब से ऊपर और नीचे भी किया जा सकता है। और हां, गन्ने की भराई और उसे लाने ले जाने के दौरान भी रोलिंग सपोर्ट एडजस्ट किया जा सकता है। बैलगाड़ी चालक, किसान और मिल के लोग इसकी सराहना कर रहे हैं।