Recession Not affected India: कोरोना महामारी के बाद से ही दुनिया भर में मंदी का दौर देखने को मिला। जो इतिहास में कभी नहीं हुआ वो कोरोना महामारी के दौरान हुआ। दुनिया का हर एक देश भारी मंदी का शिकार हुआ। महामारी ने अमेरिका, इंडिया, चीन, जापान संग हर बड़े अर्थव्यवस्था वाले देशों की कमर तोड़ दी। इस वक्त इसका असर कम है और चीजें फिर से पहले जैसे पटरी पर लौट चुकी हैं। अभी दुनिया इससे उबर ही रही थी कि रूस ने यूक्रेन में सैन्य अभियान को घोषणा कर दी। करीब आठ महीने के चल रहे इस सैन्य अभियान ने पूरी दुनिया में महंगाई ला दी। इस वक्त यूरोप से लेकर लगभग सारे देशों में भारी मंदी का दौर चल रहा है। श्रीलंका तो इसमें बुरी तरह फंस गया। अभी मंदी (Recession Not affected India) का दौर और भी ज्यादा भयानक होने वाला है। लेकिन, एक सर्वे ने भारत (Recession Not affected India) के लिए राहत भरी खबर दी है। सर्वे की माने तो मंदी का असर भारत पर पड़ने वाला नहीं है।
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चीन से बेहतर होगा भारत
ईसीए सैलरी ट्रेंड्स सर्वे की माने तो, बढ़ती महंगाई की वजह से भले ही दुनिया में मंदी की आशंका हो लेकिन भारत में दूसरे देशों के मुकाबले सैलरी ज्यादा बढ़ेगी। सर्वे में कहा गया है कि 2023 में सैलरी की बढ़ोतरी के मामले में भारत दुनिया के टॉप 10 देशों में शामिल होगा। क्षेत्र से भारत के अलावा चीन, वियतनाम और सऊदी अरब भी इस लिस्ट में शामिल हैं। इस रैंकिंग में भी भारत की स्थिति चीन से बेहतर है। यानि सर्वे मान रहा है कि भारत में सैलरी हाइक चीन से भी बेहतर रहेगी।
सबसे ज्यादा परेशानी ब्रिटेन को होगी
सर्वे के अनुसार इंडिया दुनिया के टॉप 8 देशों में शामिल है जहां अगले साल सैलरी बढ़ सकती है। हालांकि, भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान और श्रीलंका में हालात बिल्कुल विपरीत होंगे। यहां अगले साल लोगों की सैलरी घट सकती है। वहीं पूरे क्षेत्र की बात करें तो सबसे ज्यादा मुश्किल में यूरोप है जहां वास्तविक वेतन घट सकता है। वास्तविक वेतन का मतलब वो रकम होती है जिसमें वेतन में बढ़ोतरी पर महंगाई के असर को शामिल किया जाता है। यानि सैलरी हाइक में महंगाई को घटाया जाता है। यूरोप में भी सबसे ज्यादा मुश्किल में यूके होगा जहां वेतन में वास्तविक रूप से 5.6 प्रतिशत की गिरावट रहेगी।
इन देशों में होगी बढ़ोतरी
2023 में भारत में सैलरी में 4.6 प्रतिशत
वियतनाम में 4 प्रतिशत
ब्राजील में 3.4 प्रतिशत
सउदी अरब में 2.3 प्रतिशत
मलेशिया में 2.2 प्रतिशत
कंबोडिया में 2.2 प्रतिशत
थाइलैंड में 2.2 प्रतिशत
ओमान में 2 प्रतिशत और रूस में 1.9 प्रतिशत की बढ़त संभव है
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पाकिस्तान में अभी और तबाही
इसके साथ ही पाकिस्तान में वास्तविक सैलरी में 9.9 प्रतिशत, घाना में 11.9 प्रतिशत, टर्की में 14.4 प्रतिशत, श्रीलंका में 20 प्रतिशत और अर्जेंटीना में 26.1 प्रतिशत की गिरावट संभव है। इसकी वजह यहां की महंगाई दर में रिकॉर्ड तेजी है। इस सर्वे में 360 मल्टीनेशनल कंपनियां शामिल हैं। इन कंपनियों से जुड़े 68 देशों के कई शहरों में काम कर रहे कर्मचारियों के बारे में सवाल पूछे गए थे।
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