महंगाई भत्ता (डीए) और महंगाई राहत (डीआर) बढ़ने के बाद करोड़ों केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए एक और खुशखबरी सामने आई है। अब तक जो भी कर्मचारी कोरोना महामारी की वजह से चिल्ड्रेन एजुकेशन अलाउंस को क्लेम नहीं कर पाए थे, अब वो उसे क्लेम कर सकते हैं। खास बात ये है कि इसके लिए किसी भी तरह की ऑफिशियल डॉक्यूमेंट्स की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। आपको बता दें कि केंद्रीय कर्मचारियों को उनके बच्चों की पढ़ाई के लिए भी भत्ता मिलता है, जो कि सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के मुताबिक हर महीने 2,250 रुपये होता है।
लेकिन पिछले साल से ही कोरोना महामारी की वजह से स्कूल बंद पड़े हैं, जिसके चलते सीईए को केंद्रीय कर्मचारी क्लेम नहीं कर सके। इसके लिए जुलाई में डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग ने ऑफिस ऑफ मेमोरेंडम (ओएम) जारी किया था। जिसमें कहा गया था कि कोरोना के चलते केंद्रीय कर्मियों को चिल्ड्रन एजुकेशन अलाउंस क्लेम करने में दिक्कतें आई हैं, क्योंकि, ऑनलाइन फीस जमा कराने के बाद भी स्कूल से मेल के जरिए रिजल्ट नहीं भेजे गए। चिल्ड्रेन एजुकेशन अलाउंस क्लेम को रिजल्ट या फीस पेमेंट के मैसेज की प्रिंट आउट के जरिए क्लेम किया जा सकता है।
केंद्रीय कर्मचारियों को दो बच्चों की पढ़ाई के लिए चिल्ड्रेन एजुकेशन अलाउंस मिलता है, प्रति बच्चा ये भत्ता हर महीने 2250 रुपये है, मतलब दो बच्चों के लिए कर्मचारियों को 4500 रुपये महीना मिलता है। हालांकि, दूसरी संतान जुड़वां हैं तो पहली संतान के साथ जुड़वा बच्चों की पढ़ाई के लिए भी यह भत्ता दिया जाता है। दो एकेडेमिक कैलेंडर के हिसाब से एक बच्चे का 4500 रुपये का भुगतान होना है। अगर किसी कर्मचारी ने मार्च 2020 और मार्च 2021 के लिए अभी तक क्लेम नहीं किया है तो इसे क्लेम कर सकता है। ऐसे में उनकी सैलरी में 4500 रुपये जुड़कर आएंगे।